NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / महाराष्ट्र: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आगे क्या? जानें बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया
    अगली खबर
    महाराष्ट्र: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आगे क्या? जानें बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया

    महाराष्ट्र: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आगे क्या? जानें बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया

    लेखन मुकुल तोमर
    Nov 26, 2019
    02:41 pm

    क्या है खबर?

    आज महाराष्ट्र के सियासी संकट पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कल शाम पांच बजे तक बहुमत परीक्षण कराने का आदेश दिया है।

    भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को इस समय तक महाराष्ट्र विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा और अगर वो ऐसा करने में नाकायमाब रहते हैं तो उनकी सरकार गिर जाएगी।

    इस बेहद महत्वपूर्ण बहुमत परीक्षण की पूरी प्रक्रिया क्या रहेगी और इसमें क्या-क्या महत्वपूर्ण रहने जा रहा है, आइए आपको बताते हैं।

    बहुमत परीक्षण

    क्या होता है बहुमत परीक्षण?

    बहुमत परीक्षण यानि फ्लोर टेस्ट से विधानसभा की पटल पर ये तय होता है कि मुख्यमंत्री और सरकार के पास बहुमत का समर्थन है या नहीं।

    बहुमत परीक्षण ध्वनि मत और विधायकों के मतदान दोनों तरीके से हो सकता है।

    ध्वनि मत में विधायक मेज पीटकर मुख्यमंत्री के लिए अपने समर्थन का ऐलान करते हैं।

    वहीं मतदान में सभी विधायक अपना मत देते हैं और उनकी संख्या गिनने के बाद मुख्यमंत्री के भविष्य का फैसला होता है।

    विधानसभा सत्र

    कौन बुला सकता है विधानसभा का सत्र?

    संविधान के मुताबिक विधानसभा सत्र बुलाने का अधिकार राज्यपाल को होता है।

    लेकिन कई मामलों में सुप्रीम कोर्ट भी बहुमत परीक्षण कराने के लिए विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश दे चुकी है।

    2018 में कर्नाटक में कुछ ऐसा ही हुआ था जब राज्यपाल वजुभाई वाला ने भाजपा के बीएस येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया था।

    लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे पलटते हुए 48 घंटे के अंदर बहुमत परीक्षण कराने का आदेश दिया था।

    प्रोटेम स्पीकर

    कौन कराएगा बहुमत परीक्षण?

    महाराष्ट्र में भी सुप्रीम कोर्ट ने कुछ ऐसा ही आदेश दिया है।

    अब सवाल ये है कि बहुमत परीक्षण कराने की जिम्मेदारी किसकी होगी।

    आमतौर पर विधानसभा स्पीकर बहुमत परीक्षण कराता है, लेकिन तत्काल बहुमत परीक्षण के मामलों में स्पीकर का चयन बहुमत परीक्षण के बाद होता है।

    इन मामलों में बहुमत परीक्षण प्रोटेम स्पीकर कराता है, जिसका चयन राज्यपाल को करना होता है।

    आमतौर पर प्रोटेम स्पीकर विधानसभा का वरिष्ठतम विधायक होता है।

    जानकारी

    महाराष्ट्र में कांग्रेस के बालासाहेब थोरट वरिष्ठतम विधायक

    लेकिन राज्यपाल किसी अन्य सदस्य को भी प्रोटेम स्पीकर बना सकते हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस के बालासाहेब थोरट सबसे वरिष्ठतम विधायक हैं। राज्यपाल चाहें तो किसी अन्य सदस्य को भी प्रोटेम स्पीकर बना सकते हैं।

    अधिकार

    क्या प्रोटेम स्पीकर के पास होती हैं सारी शक्तियां?

    प्रोटेम स्पीकर को बहुमत परीक्षण के समय स्पीकर की सारी शक्तियां नहीं होती हैं।

    पहले जब भी सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत परीक्षण कराने का आदेश दिया है, उसने इसके साथ कुछ शर्तें भी लगाई हैं।

    2018 में कर्नाटक में सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत परीक्षण का लाइव टेलीकास्ट करने का आदेश दिया था।

    महाराष्ट्र में भी कोर्ट ने ओपन बैलेट के जरिए बहुमत परीक्षण कराने और इसका लाइव टेलीकास्ट कराने का आदेश दिया है।

    NCP विधायक दल का नेता

    क्या रहेगा अजित पवार का रोल?

    दल-बदल विरोधी कानून के मुताबिक, बहुमत परीक्षण के दौरान जो भी विधायक अपनी पार्टी के व्हिप का उल्लंघन करता है उसकी सदस्यता रद्द हो सकती है।

    कोई भी पार्टी या उसके विधायक दल का नेता ये व्हिप जारी कर सकता है।

    शनिवार को बगावत से पहले अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) विधायक दल के नेता थे।

    लेकिन NCP ने बाद में उन्हें हटाकर जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता बना दिया।

    बहस

    विशेषज्ञों का मत, अजित को नहीं व्हिप जारी करने का हक

    ऐसे में NCP विधायक दल का नेता किसे माना जाएगा और किसका व्हिप मान्य होगा, ये एक विवादित मुद्दा बन सकता है।

    विशेषज्ञों के अनुसार, विधायक दल के नेता के पद से हटाए जाने के बाद अजित पवार को व्हिप जारी करने का कोई अधिकार नहीं है।

    शरद पवार ने भी अपने विधायकों को आश्वासन देते हुए कहा है कि अजित विधायक दल के नेता नहीं है और उनके व्हिप का उल्लंघन करने पर किसी की सदस्यता नहीं जाएगी।

    जानकारी

    क्या है महाराष्ट्र विधानसभा की स्थिति?

    288 सदस्यीय महाराष्ट्र में भाजपा के 105 विधायक हैं। वहीं शिवसेना के 56, NCP के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। इसके अलावा निर्दलीय और छोटी पार्टियों के मिलाकर कुल 29 विधायक हैं। बहुमत परीक्षण में इनका रोल अहम हो सकता है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    महाराष्ट्र
    शिवसेना समाचार
    देवेंद्र फडणवीस
    शरद पवार

    ताज़ा खबरें

    भारत की वो पहली मिस वर्ल्ड, जिसने उधार के कपड़ों में जीता 'विश्व सुंदरी' का खिताब मिस वर्ल्ड
    ओला गिग और S1 Z स्कूटर की डिलीवरी आगे टली, जानिए क्या है कारण  ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर
    देश में कोरोना वायरस के मामले 2,700 पार, 24 घंटे में 7 लोगों की मौत कोरोना वायरस
    टाटा हैरियर EV से लेकर MG साइबरस्टर जून में होंगी लॉन्च, जानिए इनकी खासियत  टाटा मोटर्स

    महाराष्ट्र

    महाराष्ट्र: शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता, मोदी सरकार में शामिल मंत्री ने भी दिया इस्तीफा भारतीय जनता पार्टी
    आखिरकार मोदी सरकार ने जारी किए आंकड़े, देश में रोजाना 31 किसान कर रहे आत्महत्या कर्नाटक
    महाराष्ट्र: शिवसेना को समर्थन दे सकती हैं कांग्रेस, सोनिया गांधी लेंगी अंतिम फैसला उद्धव ठाकरे
    शिवसेना को नहीं मिला सरकार बनाने के लिए अतिरिक्त समय, राष्ट्रपति शासन की ओर महाराष्ट्र शिवसेना समाचार

    शिवसेना समाचार

    निर्दलीय विधायक का दावा; फडणवीस के संपर्क में 25 शिवसेना विधायक, तोड़ने में नहीं लगेगी देर महाराष्ट्र
    महाराष्ट्र: पहली बार आमने-सामने नहीं हैं भाजपा और शिवसेना, पढ़ें 30 साल की "दोस्ती" का इतिहास नरेंद्र मोदी
    महाराष्ट्र: भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही बैकडोर बातचीत में क्या खिचड़ी पक रही है? भारतीय जनता पार्टी
    महाराष्ट्र की उथल-पुथल में नया मोड़, अगले दो दिन अपने विधायकों को होटल में रखेगी शिवसेना भारतीय जनता पार्टी

    देवेंद्र फडणवीस

    पुणेः झुग्गियों पर गिरी कंपाउंड की दीवार, 17 लोगों की मौत और कई घायल पुणे
    तिवरे बांध टूटने से 19 लोगों की मौत, मंत्रीजी बोले- केकड़ों ने गिराई बांध की दीवार महाराष्ट्र
    मुंबई: बाढ़ में फंसी महालक्ष्मी एक्सप्रेस से सभी 700 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया मुंबई
    भाजपा ने अपने दरवाजे पूरी तरह खोले तो कांग्रेस और NCP में कोई नहीं बचेगा- शाह नरेंद्र मोदी

    शरद पवार

    दिल्ली में नहीं होगा AAP और कांग्रेस का गठबंधन, कांग्रेस ने किया इनकार दिल्ली
    राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद शीला दीक्षित का बयान, AAP से नहीं करेंगे गठबंधन दिल्ली
    महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार का ऐलान, इस बार नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव महाराष्ट्र
    लोकसभा चुनाव में निर्णायक साबित हो सकते हैं गठबंधन, जानें कौन है किसके साथ बिहार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025