आखिरकार मोदी सरकार ने जारी किए आंकड़े, देश में रोजाना 31 किसान कर रहे आत्महत्या
क्या है खबर?
देश में हर महीने 948 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा है कि 2016 में देशभर में 11,379 किसानों ने आत्महत्या की थी। यानी रोजाना 31 किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
किसानों की आत्महत्या पर पिछली रिपोर्ट 2015 में जारी की गई थी। उसके बाद से सरकार ने इस रिपोर्ट को जारी नहीं किया था।
अब आखिरकार चार साल बाद यह रिपोर्ट सामने आई है।
डाटा
2014 और 2015 की तुलना में कम हुई घटनाएं
नई रिपोर्ट के मुताबिक, देश में आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या में कमी आई है। 2014 में 12,360 किसानों ने आत्महत्या की थी। इसके अगले साल यह संख्या बढ़कर 12,602 हो गई थी। 2016 में यह संख्या घटकर 11,379 हुई।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा किसान कर रहे आत्महत्या
किसानों की आत्महत्या के मामले में महाराष्ट्र पहले स्थान पर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में किसानों की आत्महत्या की दर में 20 फीसदी की कमी आई है, लेकिन यह अभी भी शीर्ष पर बना हुआ है। महाराष्ट्र में 2,550 किसानों ने आत्महत्या की है।
सभी आंकड़ों को देखा जाए तो पता चलता है कि किसानों की आत्महत्या की दर में कमी आई है, लेकिन खेतिहर मजदूरों की आत्महत्या की घटनाएं 10 फीसदी बढ़ी है।
आत्महत्या के कारण
नहीं किया गया आत्महत्या के कारणों का खुलासा
NCRB ने बताया कि आत्महत्या करने वाले किसानों में से अधिकतर पुरुष थे।
आत्महत्या करने वाले कुल किसानों में से केवल 8.6 फीसदी किसान महिलाएं थे। हालांकि, इस रिपोर्ट में आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं किया गया है।
इससे पहले की रिपोर्ट में आत्महत्या के कारणों का खुलाया किया जाता रहा है। उन रिपोर्ट में फसल बेकार होना, बीमारी, पारिवारिक समस्याएं और कर्ज आदि श्रेणियों में कारण बताए जाते थे।
तेलंगाना
तेलंगाना में आधे हुए आत्महत्या के मामले
किसानों की आत्महत्या के मामले में महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक का स्थान है। 2015 में कर्नाटक में 1,569 किसानों ने आत्महत्या की थी, जो 2016 में बढ़कर 2,079 हो गई।
इसी बीच तेलंगाना में किसान आत्महत्या की घटनाओं में लगभग 50 फीसदी कमी आई है।
राज्य में 2014 में 1,347, 2015 में 1,400 किसानों ने आत्महत्या की। वहीं 2016 में यह संख्या आधे से भी कम होकर 645 हो गई है।
जानकारी
पश्चिम बंगाल ने नहीं दिए आंकड़े
पश्चिम बंगाल ने किसानों की आत्महत्या से जुड़े आंकड़े नहीं दिए हैं। राज्य ने आखिरी बार 2014 में किसानों की आत्महत्या के आंकड़े जारी किए थे। उस साल राज्य में 230 किसानों ने आत्महत्या की थी। उसेक बाद से ये आंकड़े जारी नहीं किए गए।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में पिछले छह सालों में 15,000 से ज्यादा किसानों ने की आत्महत्या
सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मांगी गई जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में 2013 से लेकर 2018 के बीच 15,000 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है।
इन छह सालों में आत्महत्या की कुल 15,356 घटनाओं में से 396 मामले इस साल के पहले दो महीनों के दौरान दर्ज किए गए।
अभी तक सरकार ने उन दो महीनों में आत्महत्या करने वाले 102 किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया है।