महाराष्ट्र: शिवसेना को समर्थन दे सकती हैं कांग्रेस, सोनिया गांधी लेंगी अंतिम फैसला
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी सियासी नाटक के बीच कांग्रेस ऐसा कर सकती है जिसके बारे में कुछ हफ्ते पहले तक शायद ही किसी ने सोचा हो।
NDTV के सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस वैचारिक रूप से अपने विपरीत शिवसेना को सरकार बनाने के लिए समर्थन दे सकती है।
इस पर अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेना है और उन्होंने शाम चार बजे एक बैठक भी बुलाई है।
राज्यपाल से न्योता
रविवार को शिवसेना को मिला सरकार बनाने का न्योता
बता दें कि भाजपा के सरकार बनाने से इनकार करने के बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने रविवार को दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया था।
शिवसेना को इसके लिए 24 घंटे का समय दिया गया है।
न्योता मिलने के बाद शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस को अपना कहा पूरा करने और शिवसेना की सरकार को समर्थन देने को कहा है।
NCP का रुख
NCP समर्थन को तैयार, कांग्रेस के पाले में डाली गेंद
इस बीच शरद पवार की NCP शिवसेना के साथ सरकार बनाने के तैयार नजर आ रही है और पवार इस समय शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ बैठक कर रहे हैं।
इससे पहले उन्होंने ये कहकर गेंद कांग्रेस के पाले में डाल दी थी कि वो कांग्रेस के फैसले के बाद ही शिवसेना को समर्थन देने पर अंतिम निर्णय लेंगे।
पार्टी नेता नवाब मलिक ने भी यही दोहराते हुए कहा कि हम कांग्रेस के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
बयान
कांग्रेस विधायक समर्थन को तैयार, अंतिम फैसला CWC के ऊपर- मलिक
NCP नेताओं की बैठक के बाद मलिक ने कहा, "कांग्रेस के विधायक शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन देने के पक्ष में हैं, लेकिन इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए कांग्रेस कार्यकारिणी समिति (CWC) उच्चतम संस्था है।"
कांग्रेस
शिवसेना को समर्थन देने को लेकर अनिच्छुक हैं सोनिया
वहीं CWC ने मामले पर अंतिम फैसला लेने का अधिकार पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को दे दिया है।
खबरों के अनुसार, सोनिया शिवसेना को समर्थन को लेकर अनिच्छुक हैं क्यों दोनों की विचारधाराएं एक-दूसरे के बिल्कुल विपरीत हैं।
लेकिन वह इस पर अंतिम फैसला राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों और CWC सदस्यों की राय जानने के बाद ही लेंगी।
इसके लिए उन्होंने चार बजे CWC और पूर्व मुख्यमंत्रियों की एक बैठक भी बुलाई है।
जानकारी
महाराष्ट्र के नेता से विचार विमर्श के बाद लिया जाएगा फैसला
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक का जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र के नेता क्या चाहते हैं इस पर विचार विमर्श किया जाएगा। बैठक में इस बात पर भी फैसला होगा कि शिवसेना को बाहर से समर्थन दिया जाए या इसका हिस्सा बना जाए।
गतिरोध का कारण
इसलिए पैदा हुआ है सरकार गठन को लेकर संकट
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर ये संकट इसलिए पैदा हुआ है क्योंकि विधानसभा चुनाव में किसी भी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।
भाजपा को 105, शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को 54 सीटें मिली हैं।
हालांकि भाजपा और शिवसेना गठबंधन में लड़े थे और उन्हें स्पष्ट बहुमत मिला था।
लेकिन सत्ता के बंटवारे और मुख्यमंत्री पद को लेकर उनमें सहमति नहीं बनी, जिसके कारण सरकार का गठन नहीं हो पाया।