तेलंगाना चुनाव: किन बड़े चेहरों की हुई जीत और किन्हें मिली हार?
तेलंगाना की 119 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं। यहां कांग्रेस ने 64 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है और सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) को हार का सामना करना पड़ा है। इस बार चुनाव में BRS और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला था और दोनों ही पार्टियों की ओर से कई बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर लगी थी। आइए जानते हैं कि तेलंगाना में किस बड़े चेहरे की हार और किसकी जीत हुई।
चंद्रशेखर राव गजेवल से जीते, लेकिन कामारेड्डी से हारे
इस चुनाव में BRS प्रमुख और मौजूदा मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अपनी पारंपरिक गजेवल सीट के अलावा कामारेड्डी सीट से भी चुनाव लड़ा था। उन्होंने गजेवल सीट पर प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार एटाला राजेंदर को 45,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया है। उन्हें कामारेड्डी सीट से हार का सामना करना पड़ा और भाजपा उम्मीदवार की जीत हुई। राव ने 2018 विधानसभा चुनाव में गजवेल सीट पर 58,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी।
कोडांगल सीट से जीते रेवंत रेड्डी
तेंलगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने कोडांगल सीट से जीत दर्ज की है। उन्होंने इस सीट पर BRS उम्मीदवार पटनम नरेंद्र रेड्डी को 32,500 से अधिक वोटों के भारी अंतर से हराया है। रेवंत मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे हैं और वह तेलंगाना की अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में कोडांगल सीट से रेवंत हार गए थे और नरेंद्र रेड्डी ने उन्हें 9,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया था।
AIMIM प्रमुख के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी जीते
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने चंद्रयानगुट्टा सीट पर एकतरफा जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी BRS उम्मीदवार मुप्पी सीताराम रेड्डी को 81,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया है। पिछले चुनाव में भी अकबरुद्दीन ने इस सीट पर भारी वोटों से जीत हासिल की थी। उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंदी भाजपा की शहजादी सय्यद को हराया था, जबकि BRS उम्मीदवार सीताराम रेड्डी तीसरे नंबर पर रहे थे।
पूर्व तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी भी जीते
तेलंगाना कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी ने हुजूरनगर सीट से जीत दर्ज की है। उन्होंने BRS उम्मीदवार और अपने करीब प्रतिद्वंदी सैदी रेड्डी शानमपुडी को 44,000 वोटों के भारी अंतर से हराया है। 2018 विधानसभा चुनाव में भी कुमार रेड्डी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी और उन्होंने BRS के उम्मीदवार सैदी रेड्डी को 7,000 वोटों से शिकस्त दी थी। वह भी इस बार मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल हैं।
BRS नेता केटीआर सिरसिल्ला सीट से जीते
वर्तमान मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के बेटे केटीआर राव ने सिरसिल्ला सीट पर जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कोंडम करुणा महेंदर रेड्डी को 29,600 से अधिक वोटों के भारी अंतर से हराया है। पिछले चुनाव में भी इस सीट पर केटीआर और महेंदर रेड्डी आमने-सामने थे। उस वक्त केटीआर ने 89,000 वोटों से जीत हासिल की थी। उन्हें इस बड़ी जीत के बाद तेलंगाना सरकार के मंत्रिमंडल में जगह मिली थी।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को तीसरी बार मिली हार
चुनाव में करीमनगर विधानसभा सीट पर उतरे तेलंगाना भाजपा के पूर्व अध्यक्ष बंदी संजय कुमार हार गए। उन्हें BRS के गंगुला कमलाकर ने 3,100 से अधिक वोटों के अंतर से शिकस्त दी है। कमलाकर को 92,179 वोट मिले, वहीं संजय को 89,016 वोट मिले। संजय लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव हारे हैं। उन्हें 2014 और 2018 के चुनाव में भी BRS के उम्मीदवारों ने शिकस्त दी थी। उन्हें चुनाव से पहले प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाया गया था।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता विक्रमार्क मल्लू भी जीते
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भट्टी विक्रमार्क मल्लू ने माधिरा सीट से जीत हासिल की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी BRS उम्मीदवार कमल राजू लिंगाला को 35,000 से अधिक वोटों से हराया है। इस सीट पर तीसरे नंबर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के भास्कर पलादुगु रहे। पिछले विधानसभा चुनाव भी मल्लू ने इसी सीट से लड़ा था और लिंगाला को 3,500 से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। इस बार वह मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल हैं।
क्या रहे चुनाव नतीजे?
पिछले 10 साल से राज्य की सत्ता पर काबिज BRS को तेलंगाना चुनाव में करारी हार मिली है। इस चुनाव में कांग्रेस ने कुल 119 सीटों में से 64 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं BRS को 39 सीटें मिली हैं। इस बार भाजपा ने अपने प्रदर्शन सुधारते हुए 8 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने 7 और भारतीय कम्युनिट पार्टी (CPI) ने एक सीट पर जीत दर्ज की है।