यूक्रेन से लौटे 700 से अधिक मेडिकल छात्रों का खर्च उठाएगी तेलंगाना सरकार
रूस के हमले के कारण मेडिकल की पढ़ाई बीच में छोड़कर युद्धग्रस्त यूक्रेन से तेलंगाना लौटे छात्रों को राज्य की चंद्रशेखर राव सरकार ने बड़ी राहत दी है। ऐसे छात्र जो तेलंगाना के निवासी हैं और यूक्रेन में हो रहे युद्ध के कारण वापस अपने गृह राज्य लौट आए हैं, उनको राज्य सरकार पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद मुहैया कराएगी। हाल ही में यूक्रेन से देश के 22,000 से अधिक भारतीयों को निकालकर स्वदेश लाया गया है।
यूक्रेन से लौटे तेलंगाना के 740 छात्रों की पढ़ाई का खर्च उठाएगी राज्य सरकार
मुख्यमंत्री राव ने मंगलवार को कहा कि तेलंगाना से जो छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए थे, उनकी पढ़ाई का खर्च अब राज्य सरकार उठाएगी। राव ने तेलंगाना विधानसभा में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य के 740 छात्र यूक्रेन में मेडिकल कि पढ़ाई करने के लिए गए थे और वह युद्धग्रस्त देश से वापस अपने घर लौट चुके हैं। उन्होंने कहा, "हम केंद्र सरकार को यह बताएंगे कि राज्य सरकार ऐसे छात्रों की मदद करेगी।"
यूक्रेन से लौटे MBBS छात्र अब भारत में कर सकेंगे इंटर्नशिप
नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने मार्च में ही परिपत्र जारी कर विदेशों में मेडिकल (MBBS) की पढ़ाई करने वाले छात्रों को अब भारत में ही एक साल की इंटर्नशिप को पूरा करने की इजाजत दी है। अभी तक विदेशों के मेडिकल कॉलेजों से पढ़ाई करने वाले छात्रों को कोर्स की पूरी अवधि के अलावा ट्रेनिंग और इंटर्नशिप भारत से बाहर ही करनी होती है। ऐसे में यूक्रेन से लौटे छात्रों के भविष्य को देखते हुए इसमें बदलाव किए गए हैं।
यूक्रेन से भारत लौटे छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू
बता दें कि यूक्रेन से वापस वतन लौटे अधिकांश मेडिकल छात्रों की सोमवार से ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए यूक्रेन स्थित डेनिलो हेलिटस्काई ल्विव यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एंड्री बॉजीलेविच ने कहा कि पश्चिमी शहर जैसे कि ल्विव और टेरनोपिल में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो चकी है, लेकिन खार्किव जैसे अन्य शहरों में कई शिक्षक इंटरनेट की समस्या के कारण लॉगिन नहीं कर पा रहे हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
भारत के निजी संस्थानों में MBBS की पढ़ाई के लिए सालाना 10 से 12 लाख रुपये फीस ली जाती है। इस हिसाब से पांच साल में इसकी पढ़ाई पूरी होने तक छात्र को 50 से 60 लाख रुपये तक फीस चुकानी पड़ती है। वहीं यूक्रेन में MBBS की पढ़ाई के लिए सालाना चार से पांच लाख रुपये की जरूरत होती है, यानी पांच साल की पढ़ाई पूरी करने का कुल खर्च 25 से 30 लाख रुपये ही होता है।