राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी, 3 बजे तक 55.63 प्रतिशत मतदान
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है। राज्य की 200 में से 199 सीटों पर शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी और मौजूदा विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के बाद यहां मतदान स्थगित कर दिया गया है। चुनाव आयोग के अनुसार, दोपहर 3 बजे तक राज्य में 55.63 प्रतिशत मतदान हो चुका था। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर राज्य में शांतिपूर्ण मतदान हो रहा है।
राज्य में बनाए गए हैं 51,504 मतदान केंद्र
चुनावों के लिए राजस्थान में कुल 51,507 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 10,501 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्र में और 41,006 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं। 26,393 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। राज्य के कुल 5.26 करोड़ मतदाताओं में से 1.70 करोड़ की आयु 18 से 30 वर्ष के बीच है। 22 लाख मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। तृतीय लिंग के 624 मतदाता भी हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राज्य में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए कुल 1.01 लाख सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। इनमें से 69,114 राजस्थान पुलिस के जवान और बाकी 32,876 जवान राजस्थान होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड और रिजर्व बलों के हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 700 कंपनियां भी तैनात की गई हैं। पड़ोसी राज्यों के जवानों की भी तैनाती की गई है। इसके अलावा मतदान के लिए कुल 2,74,846 मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
किन बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर?
राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। कांग्रेस से यहां वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, पार्टी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और शांति धारीवाल जैसे कई दिग्गज उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ और सतीश पुनिया समेत करीब 9 मंत्रियों को मैदान में उतारा है। भाजपा ने राज्य में मुख्यमंत्री चेहरे का नाम घोषित नहीं किया है।
651 करोड़पति उम्मीदवार मैदान में
चुनावों में उतरे 507 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 10 लाख से कम है। दूसरी ओर 651 उम्मीदवार करोड़पति और 6 अरबपति हैं। चुरू से कांग्रेस के उम्मीदवार रफीक मंडेलिया सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। उन्होंने अपनी संपत्ति 166 करोड़ घोषित की है। भाजपा के प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 8.24 करोड़ रुपये है। 326 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 236 पर गंभीर प्रवृत्ति के आपराधिक मामले हैं।
राजस्थान में सरकार बदलने की परंपरा
1993 के बाद से राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदली है। 1993 में भाजपा के भैरो सिंह शेखावत मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद हुए चुनाव में कांग्रेस जीती और गहलोत मुख्यमंत्री बने। 2003 में कांग्रेस को हार मिली और भाजपा ने वसुंधरा को मुख्यमंत्री बनाया। 2008 में भाजपा हार गई और गहलोत दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। 2013 में फिर भाजपा जीती, लेकिन 2018 में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा और गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री बने।