गुजरात चुनाव: भाजपा के खिलाफ प्रचार कर सकती है चंद्रशेखर राव की पार्टी, अंतिम फैसला जल्द
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अपनी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए नई योजना बनाई है। पार्टी ने तय किया है कि वह अपने नेताओं की एक टीम को भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार करने के लिए गुजरात भेजेगी। इसे लेकर राव पार्टी नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं और जल्द ही इस पर अंतिम फैसला हो सकता है। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
पिछले महीने लॉन्च हुई थी भारत राष्ट्र समिति
राव ने पिछले महीने अपनी पार्टी का दायरा बढ़ाते हुए इसे राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्च किया था। उन्होंने कहा कि अब तेलंगाना राष्ट्र समिति को भारत राष्ट्र समिति (BRS) के नाम से जाना जाएगा। दरअसल, 2024 से पहले राव खुद को राष्ट्रीय नेता के तौर पर पेश करने की कोशिश में है। वो कई मौकों पर कह चुके हैं कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टक्कर देंगे।
किसी का समर्थन नहीं, भाजपा के खिलाफ प्रचार करना मकसद- नेता
द प्रिंट से बात करते हुए राव के करीबी और पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "हमारा विचार किसी पार्टी का समर्थन करना नहीं बल्कि भाजपा के खिलाफ प्रचार करना है। अगर हम भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे तो इससे आम आदमी पार्टी (AAP) को फायदा मिल सकता है, जो अभी तक हमारे लिए चिंता की बात नहीं है। इस बारे में अंतिम फैसला होने पर सांसदों और विधायकों की एक टीम गुजरात जा सकती है।"
BRS के प्रचार के तौर पर होगा अभियान- नेता
इस नेता ने आगे बताया, "जब हम प्रचार करेंगे तो इसे BRS के प्रचार के तौर पर दिखाया जाएगा। इसका विचार TRS विधायकों को खरीदने की भाजपा की कोशिश को लोगों के बीच ले जाना है। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो जारी किए जाएंगे ताकि यह अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे।" बता दें, पिछले हफ्ते ही राव ने एक वीडियो जारी कर भाजपा पर 100 करोड़ रुपये में विधायकों को खरीदने की कोशिश का आरोप लगाया था।
शिक्षित आबादी के बीच जाएगी राव की टीम
BRS के एक और नेता ने बताया कि तेलंगाना से नेताओं की टीम गुजरात की शिक्षित और वहां बसी तेलुगु आबादी के बीच जाकर प्रचार करेगी। एक अनुमान के मुताबिक, गुजरात में करीब सात लाख तेलुगु भाषी लोग रहते हैं, जिनमें से 3-4 लाख मतदाता हो सकते हैं। ये मुख्यत: सूरत, जामनगर, अहमदाबाद, राजकोट और बड़ौदा में रहते हैं। जानकारों का कहना है कि गुजरात में तेलुगु भाषी मतदाता निर्णायक भूमिका में नहीं हैं।
भाजपा ने इस पर क्या कहा है?
तेलंगाना भाजपा के प्रवक्ता एनवी सुभाष ने कहा कि तेलंगाना से सांसदों और विधायकों की टीम गुजरात भेजना निरर्थक है। पिछले आठ सालों से झूठे वादों के कारण तेलंगाना के लोगों ने भी चंद्रशेखर राव और उनकी टीम पर भरोसा करना छोड़ दिया है तो गुजरात की जनता उन पर कैसे भरोसा करेगी? उन्होंने कहा कि भाजपा पर झूठे आरोप लगाने की बजाय राव को राज्य के विकास पर ध्यान देना चाहिए।
गुजरात में अगले महीने है चुनाव
बता दें कि अगले महीने गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा और 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे। गुजरात में आमतौर पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला होता है, लेकिन इस बार AAP की एंट्री ने मामले को त्रिकोणीय बना दिया है। AAP पहली बार राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ रही है और उसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।