महाराष्ट्र सियासी संकट पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश, कल शाम पांच बजे तक हो बहुमत परीक्षण
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने फैसले में कहा कि 27 नवंबर को शाम पांच बजे महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा। इसका लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा और ओपन बैलेट के जरिए फ्लोर टेस्ट होगा। तीन जजों की बेंच ने अपने फैसले में कहा कि वो 'घोड़ा बाजार' रोकने के लिए अपना फैसला दे रहे हैं। प्रोटेम स्पीकर नव-निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे, जिसके बाद फ्लोर टेस्ट होगा।
हरीश रावत और एसआर बोम्मई केस के आधार पर लिया गया फैसला
तीन सदस्यीय बेंच ने फैसले में कहा कि संवैधानिक मुद्दों को छूने, लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान रखने और संविधान को कायम रखने की जरूरत है। कोर्ट ने यह फैसला हरीश रावत और एसआर बोम्मई केस के आधार पर लिया है।
तीनों पार्टियों ने की थी जल्द फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के चुनौती देते हुए शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सोमवार को बहस के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस का पक्ष रख रहे मुकुल रोहतगी ने कहा था कि फ्लोर टेस्ट का आदेश देना राज्यपाल का विशेषाधिकार है और कोर्ट को इस बारे में कोई फैसला नहीं देना चाहिए। वहीं तीनों पार्टियों ने जल्द फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग की थी।
राजभवन में सरकार गठन का दावा पेश कर चुकी हैं तीनों पार्टियां
सोमवार को ही तीनों पार्टियों के नेताओं ने राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इन नेताओं ने राजभवन के अधिकारियों को अपना पत्र सौंपा। तीनों पार्टियों ने दावा किया है कि फड़णवीस के पास बहुमत नहीं है और फ्लोर टेस्ट में उनकी सरकार गिर जाएगी। गौरतलब है कि कई दौर की बैठकों के बाद इन पार्टियों के बीच सरकार बनाने को लेकर सहमति बनी है। इन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे का नाम आगे बढ़ाया है।
अब आगे क्या?
शनिवार को अजित पवार के समर्थन से सरकार बनाने वाले देवेंद्र फड़णवीस को बुधवार शाम पांच बजे विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा। 288 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 है। अगर 145 विधायक फड़णवीस के समर्थन में नहीं आते हैं तो उनकी सरकार गिरना तय है। दूसरी तरफ तीनों पार्टियों ने अपने पास 162 विधायक होने का दावा किया है। इस समीकरण से देखें तो देवेंद्र फड़णवीस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
सोमवार को तीनों पार्टियों ने करवाई थी अपने विधायकों की परेड
सोमवार को शिवसेना, कांग्रेस और NCP ने अपने 162 विधायकों की मुंबई एक होटल में मीडियाकर्मियों के सामने परेड करवाई थी। इस दौरान शरद पवार, उद्धव ठाकरे और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत तीनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे थे। इस परेड के जरिए इन पार्टियों ने यह संदेश देने की कोशिश की कि वो राज्य में सरकार गठन के लिए एक साथ हैं और जरूरत पड़ने पर विधानसभा के पटल पर अपना संख्याबल दिखा सकती हैं।
फ्लोर टेस्ट में ये दो फैक्टर होंगे महत्वपूर्ण
फ्लोर टेस्ट के दौरान ये दो फैक्टर बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगे कि प्रोटेम स्पीकर कौन बनता है और NCP के विधायक दल का नेता किसे माना जाता है। इस बारे में यहां क्लिक कर आप विस्तार से जान सकते हैं।