जानें उद्धव ठाकरे ने क्यों कहा, मणिशंकर अय्यर को जूतों से पीटा जाना चाहिए
क्या है खबर?
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को विवादित बयान देते हुए कहा कि वीर सावरकर का सम्मान नहीं करने के लिए कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर को जूतों से पीटा जाना चाहिए।
अय्यर ने 2018 में सावरकर को दो देशों के सिद्धांत का जनक बताया था।
ठाकरे ने सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग भी की और कहा कि अगर जवाहर लाल नेहरू की जगह सावरकर देश के प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में ही नहीं आता।
विवादित बयान
"अगर मेरे सामने होते अय्यर तो सैंडल से मारता"
ठाकरे ने ये बातें सावरकर के जीवन पर लिखी गई किताब 'सावरकर: इकोज फ्रॉम अ फॉरगाटेन पास्ट' के लॉन्च के मौके पर कहीं।
2018 में दिए गए अय्यर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकरे ने कहा कि अगर सावरकर के बारे में ऐसा बयान देते समय वह (अय्यर) उनके सामने होते तो वह उन्हें अपने सैंडल से मारते।
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने की बजाय देश को समझना चाहिए।
अय्यर बयान
क्या कहा था मणिशंकर अय्यर ने?
2018 में अपने एक इंटरव्यू में मणिशंकर अय्यर ने कहा था, "1923 में सावरकर ने ऐसे शब्द की खोज की जो किसी भी धार्मिक पुस्तक में मौजूद नहीं है- 'हिन्दुत्व'। इस प्रकार से दो देशों के सिद्धांत का पहला समर्थक, उनका वैचारिक गुरु है जो इस समय भारत में सत्ता में हैं।"
आमतौर पर दो देशों के सिद्धांत यानि आजादी के समय भारत को दो देशों में बांटने के प्रस्ताव का जनक मोहम्मद अली जिन्ना को माना जाता है।
विवादित बोल
ठाकरे बोले, सावरकर का सम्मान नहीं करने वालों की सार्वजनिक पिटाई हो
इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि सावरकर का सम्मान नहीं करने वालों को सार्वजनिक तौर पर पीटा जाना चाहिए।
दिल्ली विश्वविद्यालय में सावरकर की मूर्ति पर कालिख पोतने की घटना पर कहा कि ऐसे लोगों को सार्वजनिक तौर पर पीटा जाना चाहिए, तभी उन्हें स्वतंत्रता का महत्व समझ में आएगा।
बता दें कि DU में बिना इजाजत के सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह के साथ सावरकर की मूर्ति लगाई गई थी, जिसे बाद में हटा दिया गया।
बयान
"सावरकर प्रधानमंत्री होती तो पाकिस्तान अस्तित्व में नहीं आता"
सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए ठाकरे ने कहा, "अगर सावरकर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में ही नहीं आता। आज हमारी सरकार हिंदुत्व की सरकार है और मैं सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग करता हूं।"
बयान
ठाकरे ने देश निर्माण में गांधी और नेहरू के योगदान को स्वीकारा
देश निर्माण में महात्मा गांधी और नेहरू के योगदान को स्वीकारते हुए ठाकरे ने कहा, "ये कहना सही है कि गांधी और नेहरू ने देश के लिए योगदान दिया। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि दो परिवारों के अलावा किसी और ने देश के विकास में योगदान नहीं दिया।"
उन्होंने कहा, "मुझे नेहरू को वीर कहने में गुरेज नहीं होता यदि वह 14 मिनट भी जेल के अंदर सावरकर की तरह रहे होते। सावरकर 14 वर्षों तक जेल में रहे।"
विवादित नेता
स्वतंत्रता संग्राम के सबसे विवादित नेताओं में शामिल हैं सावरकर
बता दें भारतीय जनता पार्टी और हिंदूवादी संगठनों के वैचारिक गुरू माने जाने वाले सावरकर भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सबसे विवादित नेताओं में से एक हैं।
अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए उन्हें काला पानी की सजा हुई थी और अंडबार जेल में भेज दिया गया था।
इस बीच उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत से माफी मांगते हुए कई पत्र लिखे थे और उनके प्रति वफादार रहने की बात कही थी। इस कारण उनकी देशभक्ति पर सवाल उठते रहते हैं।