महाराष्ट्र: शिवसेना के साथ सरकार बनाने को तैयार NCP, बाहर से समर्थन देगी कांग्रेस
क्या है खबर?
अगर महाराष्ट्र में सरकार के गठन पर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच समझौता नहीं होता है तो शिवसेना राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के समर्थन से सरकार बना सकती है।
कांग्रेस इस सरकार को बाहर से समर्थन देगी।
इस बीच सोमवार को NCP प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की, जिसमें सरकार गठन पर बात हुई।
वहीं अमित शाह ने देवेंद्र फडणवीस को शिवसेना के साथ बातचीत के लिए सारे अधिकार दे दिए हैं।
प्रस्ताव
मुख्यमंत्री शिवसेना का, उप मुख्यमंत्री NCP का
पवार और सोनिया गांधी की मुलाकात के बीच NCP के एक नेता गोपनीयता की शर्त पर 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को बताया कि NCP शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बनाने को तैयार है, जिसे कांग्रेस बाहर से समर्थन देगी।
मुख्यमंत्री शिवसेना से होगा, वहीं NCP को उप मुख्यमंत्री पद दिया जाएगा।
चूंकि कांग्रेस बाहर से समर्थन देगी, इसलिए उसे कोई मंत्री पद नहीं मिलेगा, लेकिन उसके उम्मीदवार को विधानसभा स्पीकर बनाया जाएगा।
बयान
1995 में भाजपा-शिवसेना द्वारा अपनाए गए फॉर्मूले की तर्ज पर बनेगी सरकार
NCP नेता ने बताया, "हमने वही फॉर्मूला सामने रखा है जो 1995 में भाजपा और शिवसेना ने अपनाया था। तब शिवेसना का उम्मीदवार मुख्यमंत्री था और उप मुख्यमंत्री भाजपा का था। हमने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा और उप मुख्यमंत्री NCP से होगा।"
बयान
पवार बोले- भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता
वहीं सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद शरद पवार ने रिपोर्टर्स से बातचीत करते हुए कहा कि ये भाजपा की जिम्मेदारी है कि वो अपने सहयोगी शिवसेना के साथ राज्य में स्थिर सरकार बनाए क्योंकि उनके पास आंकड़े हैं।
शिवसेना के साथ सरकार बनाने के लिए तैयार होने का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि NCP को विपक्ष में बैठने को जनादेश मिला है लेकिन भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
बैठक
फडणवीस ने की अमित शाह से मुलाकात
NCP और शिवसेना के बीच पर्दे के पीछे चलते इस खेल के बीच भाजपा भी अपनी तैयारियों में लगी हुई है।
सोमवार को देवेंद्र फडणवीस नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिले।
खबरों के अनुसार, बैठक में शाह ने संकेत दिए कि भाजपा शिवसेना के साथ सरकार गठन पर बराबरी से डील करने को तैयार है, लेकिन मुख्यमंत्री पद और गृह मंत्रालय देने को तैयार नहीं होगी।
भाजपा का रुख
भाजपा शीर्ष नेतृत्व का मत, झुकने की जरूरत नहीं
खबरों के अनुसार, शाह ने फडणवीस को शिवसेना के साथ पर्दे के पीछे बातचीत चलाने के लिए हरी झंडी दे दी है।
फडणवीस मातोश्री जाकर शिवेसना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिल भी सकते हैं।
पर्दे के पीछे होने वाली बातचीत में किसी समझौते पर पहुंचने के बाद ही दोनों पार्टियों के बीच कोई आधिकारिक बैठक होगी।
दरअसल, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि पार्टी को झुकने की जरूरत नहीं है क्योंकि शिवसेना के पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं।
समीकरण
क्या कहते हैं आंकड़े?
24 अक्टूबर को आए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम में भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं थीं।
NCP ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की है।
भाजपा और शिवसेना गठबंधन में चुनाव लड़ीं थीं और नतीजों के बाद उन्हें सरकार बनानी थीं।
लेकिन मुख्यमंत्री पद और अहम मंत्रालयों को लेकर दोनों में सहमति नहीं बन पाई है और शिवसेना NCP और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की धमकी दे रही है।