
उत्तर प्रदेश: समजावादी पार्टी में शामिल हुए बसपा के 6 सहित कुल 7 बागी विधायक
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सत्ताधारी पार्टी भाजपा और मायवती की बसपा को बड़ा झटका लगा है।
लखनऊ में शनिवार को बसपा के 6 और भाजपा के एक बागी विधायक सहित कुल सात विधायकों ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सभी विधायकों को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। समारोह में अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर हमला बोला।
सदस्यता
इन विधायकों ने ली सपा की सदस्यता
सपा मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में बसपा के बागी विधायक सुषमा पटेल, हरगोविंद भार्गव, असलम चौधरी,असलम राइनी, हाकिम लाल बिन्द और मुज्तबा सिद्दीकी ने सपा की सदस्यता ग्रहण की।
इसी तरह सीतापुर से भाजपा विधायक राकेश राठौड़ ने भी भाजपा से इस्तीफा देने के बाद सपा का दामन थाम लिया।
इससे पहले विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा का मुकाबला करने के लिए सपा और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने बुधवार को गठबंधन किया था।
हमला
अखिलेश यादव ने बोला भाजपा पर हमला
भाजपा विधायक राठौड़ के सपा में शामिल होने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि अब मुख्यमंत्री भाजपा पार्टी का नारा बदल देंगे। वह इसे अब 'मेरा परिवार, भाजपा परिवार' की जगह नारा बदल के 'मेरा परिवार, भागता परिवार' कर देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं। भाजपा ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन किसान आज भी इसका इंतजार कर रहा है।
सफाया
आने वाले समय में हो जाएगा भाजपा का सफाया- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के खिलाफ जनाक्रोश इतना है और जनता इतनी दुखी है कि आने वाले समय में भाजपा का सफाया हो जाएगा। समाजवादियों का मानना है कि जो कांग्रेस है वही भाजपा है और जो भाजपा है वही कांग्रेस है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अधिकतम मूल्य पर धान की खरीद का वादा किया गया था, लेकिन आज उत्तर प्रदेश के किसान के धान की खरीद ही नहीं हो पा रही है।
वापसी
हरेंद्र मलिक भी कर चुके हैं सपा में वापसी
चार बार विधायक और एक बार राज्यसभा सदस्य रहे हरेंद्र मलिक ने करीब 20 साल बाद शुक्रवार को एक बार फिर लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी में वापसी की है।
उनके साथ दो बार के पूर्व विधायक पंकज मलिक, चरथावल के पूर्व ब्लॉक प्रमुख जिल्ले हैदर समेत काफी संख्या में जिले के कांग्रेसियों ने पार्टी छोड़कर सपा की सदस्यता ली। मलिक ने कांग्रेस को बंजर और सपा को उपजाऊ भूमि बताया था।