लगातार दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री बने प्रमोद सावंत, राज्यपाल ने दिलाई शपथ
क्या है खबर?
गोवा विधानसभा चुनावों में 20 सीट जीतकर निर्दलीयों के सहयोग से सरकार बनाने वाली भाजपा का भव्य शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को राजधानी पणजी के डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित किया गया।
इसमें प्रमोद सावंत ने लगातार दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लीं। राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने उन्हें शपथ दिलाई।
समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई नेता शामिल हुए।
मंत्री
मुख्यमंत्री के साथ आठ मंत्रियों ने भी ली शपथ
समारोह में प्रमोद सावंत के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ आठ अन्य विधायकों ने भी मंत्रियों के रूप में शपथ ली।
इनमें भाजपा विधायक विश्वजीत राणे, मौविन गोडिन्हो, रवि नाइक, नीलेश कैबराल, सुभाष शिरोडकर, रोहन खौंटे, अतानासियो मोनसेरेट और गोविंद गौडे शामिल थे।
बता दें कि सावंत और भाजपा प्रबंधन ने रविवार रात तक मंत्रियों के नामों का खुलासा नहीं किया था। ऐसे में देर रात तक मंत्रियों के नामों को लेकर चर्चाएं चलती रही।
शपथ
सावंत ने कोंकणी भाषा में ली शपथ
सुबह करीब 11 बजे शुरू समारोह में सबसे पहले भाजपा नेताओं ने गोवा के विकास के लिए किए गए कार्यों का बखान किया।
इसके बाद सावंत ने राज्यपाल के श्रीधरन के साथ पारंपरिक कोंकणी भाषा में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह दूसरा मौका था जब राजभवन के बाहर मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह हुआ।
इससे पहले 2012 में भाजपा के सत्ता में आने पर दिवंगत मनोहर पर्रिकर ने पणजी के कैंपल मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
जानकारी
इन्होंने भी की शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत
प्रधानमंत्री मोदी और नड्डा के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, उत्तारखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर, देवेंद्र फडणवीस आदि ने भी समारोह में शिरकत की।
विश्वास मत
राज्यपाल ने 29 मार्च को बुलाया है दो दिवसीय विशेष सत्र
इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि राज्यपाल श्रीधरन पिल्लई ने 29 मार्च से नई विधानसभा का दो दिवसीय सत्र बुलाया है। इस दौरान सावंत को विश्वास मत हासिल करना होगा।
अधिकारियों ने कहा था कि सत्र के दौरान विधानसभा का नया अध्यक्ष भी चुना जाएगा, जिसमें विधेयकों को पारित करने और लेखानुदान सहित कई विधायी कार्यों को पूरा किए जाने की उम्मीद है।
कांग्रेस ने विधायक अलेक्सो सिकेरा को अध्यक्ष पद के लिए नामित किया है।
जीत
सावंत ने 666 वोटों से हासिल की थी जीत
विधानसभा चुनाव में सावंत ने अपनी पारंपरिक सीट सांकेलिम से लगातार तीसरी जीत हासिल की थी। उन्होंने कांटे के मुकाबले में कांग्रेस उम्मीदवार धर्मेश सांगलानी को महज 666 वोटों से हराया है।
बता दें कि 2017 में मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में भाजपा की सरकार के समय सावंत को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया था।
उन्होंने पर्रिकर के निधन के बाद मार्च 2019 में पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह पेशे से आयुर्वेद चिकित्सक हैं।
बहुमत
एक सीट से बहुमत हासिल करने से चूक गई थी भाजपा
हाल में संपन्न राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 40 में से 20 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन वह स्पष्ट बहुत हासिल करने से एक सीट से चूक गई थी।
जिसके बाद भाजपा ने तीन निर्दलीय विधायकों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) के दो विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
इस चुनाव में कांग्रेस मात्र 11 सीट जीत पाई थी और दो सीटें आम आदमी पार्टी (AAP) के खाते में गई थी।