बिहार: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में बड़ी चूक, गृहनगर में एक शख्स ने किया हमला
रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई और एक शख्स मंच पर चढ़ कर उन पर हमला करने में कामयाब रहा। आरोपी ने उन्हें पीठ पर घूसा मारा। हमला करते ही मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे धर दबोचा और उसे पीटना शुरू कर दिया। नीतीश के कहने पर सुरक्षाकर्मियों ने उसे पीटना बंद किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नीतीश ने आरोपी शख्स के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न करने का निर्देश दिया है।
नीतीश कुमार के गृहनगर बख्तियारपुर में हुआ हमला
नीतीश पर ये हमला उनके गृहनगर बख्तियारपुर में हुआ। वे यहां स्वतंत्रता सेनानी शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने हुए आए थे। CCTV फुटेज में देखा जा सकता है कि नीतीश जैसे ही माल्यार्पण के लिए मंच पर चढ़ते हैं, तभी एक शख्स आता है और आराम से सुरक्षाकर्मियों के बीच से होता हुआ मंच पर चढ़ जाता है। मंच पर चढ़ने के बाद वह नीतीश की पीठ पर मुक्का मारता है, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी उसे पकड़ लेते हैं।
नीतीश ने सुरक्षाकर्मियों को रोका, आरोपी की समस्या पूछने को कहा
NDTV के सूत्रों के अनुसार, नीतीश ने अपने सुरक्षाकर्मियों से आरोपी शख्स की पिटाई बंद करने को कहा। उन्होंने कहा, "मारो नहीं, पहले पूछो दिक्कत क्या है।" उन्होंने उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई न करने और उसकी समस्या का समाधान करने का निर्देश भी दिया है।
देखें घटना का वीडियो
मानसिक रूप से अस्वस्थ है आरोपी
सूत्रों के अनुसार, आरोपी शख्स की पहचान बख्तियारपुर के अबू मोहम्मदपुर के रहने वाले शंकर साह के तौर पर हुई है। वह सोने-चांदी की दुकान चलाता है। शुरूआती जांच में सामने आया है कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। उसके परिजनों के अनुसार, वह कुछ साल पहले दो मंजिल इमारत से कूद गया था और एक बार फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश भी कर चुका है। इसी कारण उसकी पत्नी उसे छोड़कर बच्चों के साथ अलग रहती है।
आरोपी को घर के अंदर ही रखते थे परिजन, चुपके से बाहर निकला
सूत्रों के अनुसार, शंकर के परिजन उसे ज्यादातर घर के अंदर ही रखते थे। रविवार को उसके परिवार के अधिकांश पुरुष बाहर गए हुए थे और इसी का फायदा उठाकर वह चुपके से घर से निकलने में कामयाब रहा। बाहर निकलकर उसने नीतीश पर हमला कर दिया। पूछताछ के लिए पुलिस ने उसे कुछ समय के लिए गिरफ्तार भी किया था। नीतीश ने उसके इलाज में जरूरी मदद प्रदान करने का निर्देश दिया है।
नवंबर, 2020 में नीतीश पर फेंके गए थे प्याज
बता दें कि नीतीश कुमार पर नवंबर, 2020 में भी एक रैली के दौरान हमला हुआ था। राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मधुबनी में प्रचार करते वक्त भीड़ में से उन पर प्याज फेंके गए थे। घटना से गुस्से में आए नीतीश ने भीड़ से "खूब फेंको, खूब फेंको" कहकर अपनी भड़ास निकाली थी। बाद में आरोपी को पकड़ भी लिया गया, लेकिन नीतीश ने उस पर ध्यान न देने और उसे छोड़ने का निर्देश दे दिया।