कांग्रेस की टिकट पर दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं ओलंपियन सुशील कुमार
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की संभावनाएं खत्म होने के बाद कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। हालांकि, अभी तक इनका औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को पश्चिमी या दक्षिणी दिल्ली से उम्मीदवार बना सकती है। सुशील कुमार के अलावा कांग्रेस दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित को भी पूर्वी दिल्ली से चुनावी मैदान में उतार सकती हैं।
इन नामों पर लगी मुहर
अगर शीला चुनाव लड़ने से मना करती हैं तो उनके बेटे संदीप दीक्षित को टिकट दी जाएगी। पार्टी ने नई दिल्ली से अजय माकन, चांदनी चौक से कपिल सिब्बल, उत्तर-पूर्वी दिल्ली से जेपी अग्रवाल और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान का नाम तय किया है।
पश्चिमी दिल्ली से चुनाव लड़ना चाहते हैं सुशील कुमार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुशील कुमार पश्चिमी दिल्ली से चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन पार्टी उन्हें दक्षिणी दिल्ली से टिकट देना चाहती है। पार्टी के एक नेता ने बताया कि सुशील जाट समुदाय से आते हैं। पश्चिमी दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने जाट उम्मीदवार उतारा है और भाजपा भी जाट उम्मीदवार उतार सकती है। ऐसे में अगर पार्टी सुशील कुमार को दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाती है तो यह फायदेमंद रहेगा।
भारतीय रेलवे में नौकरी कर रहे हैं सुशील
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सुशील ने अपनी नौकरी छोड़कर कांग्रेस के साथ जुड़ने की इच्छा जताई है। बता दें, सुशील कुमार इस समय भारतीय रेलवे में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
कांग्रेस और भाजपा जल्द उतारेगी उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी ने पश्चिमी दिल्ली से द्वारका कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रमुख बलबीर सिंह जाखड़ को टिकट दिया है। वहीं यहां से भाजपा के मौजूदा सासंद प्रवेश वर्मा भी जाट समुदाय से आते हैं। बता दें, दिल्ली में अभी तक केवल आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों को ऐलान किया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आने वाले एक-दो दिनों में अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर देगी।
दो ओलंपिक मेडल जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं सुशील
देश के जाने-माने पहलवान सुशील कुमार दो बार ओलंपिक मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज और 2012 लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। वे भारत के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक में दो मेडल हासिल किए हैं। कुश्ती में उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें साल 2006 में अर्जुन पुरस्कार और 2011 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। सुशील ने 14 साल की उम्र से कुश्ती के लिए ट्रेनिंग शुरू की थी।