राजस्थान: क्या रहे थे 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजे और इस बार क्या है संभावना?
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जिन राज्यों में सबसे ज्यादा फायदा पाने की उम्मीद लगाए बैठी है उनमें से राजस्थान एक है। दूसरी तरफ 2014 के लोकसभा चुनावों में सूबे की सारी 25 सीटें जीतनेे वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को राज्य में कड़ी चुनौती मिल रही है। राज्य में दिसंबर, 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से बेदखल किया था। इसके बाद राज्य के सियासी समीकरण बिल्कुल बदल गए हैं।
कांग्रेस का नहीं खुला था खाता
2014 लोकसभा चुनाव में सूबे में 63.02 प्रतिशत मतदान हुआ था। यह अब तक का सबसे ज्यादा मतदान था। राज्य में उस वक्त 4 करोड़ 29 लाख 94 हजार 384 मतदाता थे, जिनमें से 2 करोड़ महिला मतदाता थी। इन चुनावों में भाजपा ने 25 सीटों पर जीत का झंडा फहराया था। 2009 चुनाव में राज्य में 20 सीटें जीतने वाली कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल सकी, वहीं भाजपा ने 2009 के मुकाबले अपने खाते में 21 सीटें जोड़ी।
25 साल बाद हुआ कांग्रेस का यह हाल
लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने अपनी खोई जमीन को हासिल करने की कोशिशें शुरू कर दी थी। पार्टी ने सचिन पायलट के नेतृत्व में लड़ते हुए पार्टी ने लोकसभा उपचुनावों के दौरान जीत दर्ज की। फिलहाल राज्य में कांग्रेस का एक सांसद है। 2014 में कांग्रेस के बड़े नेता जैसे सचिन पायलट, सीपी जोशी, गिरिजा व्यास आदि अपनी सीट नहीं बचा पाए थे। 1989 के बाद यह पहली बार था जब सूबे में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हुआ था।
ये रहा था वोट शेयर
सूबे में कांग्रेस और भाजपा में ही मुख्य मुकाबला था। इनमें से भाजपा को 54 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 25 सीटें मिली, वहीं कांग्रेस को 32.6 प्रतिशत वोट मिलने के बाद भी सीटों की संख्या शून्य रही।
फिलहाल क्या स्थिति
कुल 25 लोकसभा सीटों वाले राजस्थान में फिलहाल भाजपा के 22 और कांग्रेस का एक सांसद है। दौसा और अलवर लोकसभा सीट खाली है। अजमेर उपचुनाव में सासंद चुने गए डॉक्टर रघु शर्मा ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। वहीं दौसा से सांसद रहे हरीश मीणा ने भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा था। खाली दो सीटों पर लोकसभा चुनाव के साथ ही मतदान होगा।
कैसा होगा राजस्थान का रण
विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल करने के बाद कांग्रेस के हौंसले बुलंद है। कांग्रेस उम्मीद कर रही है कि इस बार उसे राजस्थान में अच्छी बढ़त हासिल होगी, वहीं भाजपा अपना मजूबत किला ढहने नहीं देना चाहती। पार्टी ने राजस्थान में अपने 16 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। बाकी बचे उम्मीदवारों की घोषणा जल्द होगी। माना जा रहा है कि कांग्रेस 26 मार्च के बाद अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करेगी।
कब होंगे राज्य में चुनाव
राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। पहले चरण के तहत 29 अप्रैल को टोंक- सवाईमाधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बासंवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां समेत 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। दूसरे चरण के तहत बाकी बची श्रीगंगानर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर सीटों पर 6 मई को वोट डाले जाएंगे।