शूटिंग वर्ल्डकप के लिए पाकिस्तानी शूटर्स को नहीं दिया वीजा, भारत में ओलंपिक इवेंट पर रोक
पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बिगड़े रिश्तों का असर अब खेल के मैदान तक पहुंच गया है। गुरुवार को दिल्ली में जारी शूटिंग वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए दो पाकिस्तानी शूटर्स को वीजा नहीं दिया गया था। इसके बाद इंटरनेशनल ओलंपिक संघ (IOC) ने भारत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए भविष्य में होने वाले सभी ग्लोबल स्पोर्ट्स इवेंट को आयोजित करने की भारत की अर्जियों को सस्पेंड कर दिया है।
सरकार से लिखित आश्वासन की मांग
ओलंपिक कमेटी ने दिल्ली में ओलंपिक क्वालिफिकेशन के लिए आयोजित वर्ल्ड कप में पुरुषों के 25 मीटर रैपिड फायर इवेंट को भी रद्द कर दिया है। IOC ने कहा कि जब तक सरकार इस बारे में लिखित आश्वासन नहीं देती, तब तक भारत में ओलंपिक से जुड़े किसी भी इवेंट का आयोजन नहीं किया जाएगा। इससे पहले इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (ISSF) ने विश्व कप को दिये गए 16 ओलंपिक कोटा स्थान भी वापस लेने की घोषणा की थी।
IOC ने की भारत सरकार से लिखित आश्वासन की मांग
इन शूटर्स को नहीं मिला वीजा
पाकिस्तान ने इस इवेंट में रैपिड फायर कैटेगरी में भाग लेने के लिए अपने दो शूटर्स, जीएम बशीर और खलील अहमद को वीजा देने की मांग की थी, लेकिन पुलवामा में हुए हमले के बाद भारत की तरफ से इन्हें वीजा नहीं दिया गया।
'ओलंपिक की मूल भावना के खिलाफ है कदम'
IOC ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तानी शूटर्स को वीजा नहीं दिए जाने के कारण दिल्ली में चल रहे इवेंट से ओलंपिक क्वालीफिकेशन का दर्जा छीना जाता है। यह कदम इस इवेंट में भाग लेने वाले एथलीट के हित में उठाया गया है। बयान में कहा गया है कि ऐसी स्थिति ओलंपिक के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। किसी भी इवेंट में भाग लेने वाले एथलीटों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव न होकर समान व्यवहार होना चाहिए।
पुलवामा हमले के बाद रिश्तों में है तनाव
पुलवामा में CRPF पर हुए हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में भारी तनाव है। भारत ने हमले के बाद कड़े कदम उठाते हुए पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस लिया है। साथ ही पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने की भी बात कही गई है। इसके अलावा BCCI ने ICC को पत्र लिखकर पाकिस्तान को इस साल होने वाले क्रिकेट विश्व कप से बैन करने की मांग की है।