पुराने हो गए हैं हमारे नियम, चीनी कंपनियों की कर रहे मदद- नितिन गडकरी
चीन के खिलाफ हाल ही में उठाए गए आर्थिक कदमों का बचाव करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि देश में कुछ ऐसे नियम है जो पुराने हो चुके हैं और चीनी कंपनियों को मदद पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हित में ऐसे नियमों की समीक्षा की जानी चाहिए जिससे भारतीय कंपनियों को लाभ हो। गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार का ध्यान भारतीय कंपनियों को प्रोत्साहित करने पर भी है।
चीन के खिलाफ कई आर्थिक कदम उठा चुका है भारत
बता दें कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ तनाव के बीच भारत ने आर्थिक मोर्चे पर चीन को कई झटके दिए हैं। सबसे पहले केंद्र सरकार ने भारत की संप्रभुता और एकता के लिए नुकसानदायक 59 चाइनीज ऐप्स को बैन करने का आदेश दिया। इसके बाद नितिन गडकरी ने ऐलान किया कि किसी भी हाईवे प्रोजेक्ट का ठेका चीनी कंपनियों को नहीं दिया जाएगा। उन्होंने चीनी कंपनियों के जॉइंट वेंचर्स को भी बैन करने की बात कही।
चीन से बिजली के उपकरणों के आयात पर भी लगाई रोक
इसके अलावा शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने ऐलान किया कि अब से चीन और पाकिस्तान से बिजली के उपकरण आयात नहीं किए जाएंगे और कंपनियों को ऐसा करने से पहले सरकार की इजाजत लेगी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार एक अगस्त से सौर ऊर्जा उपकरणों के आयात पर 25 प्रतिशत टैक्स लगाने जा रही है और अगले साल इसे 40 प्रतिशत कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चीन सस्ते उपकरण बेच भारतीय उद्योगों को नुकसान पहुंचाता है।
गडकरी बोले- हम ठेकेदारों के सामने रखते हैं कड़ी शर्तें
अब 'NDTV' के साथ इंटरव्यू में सरकार के इन फैसलों का बचाव करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, "हमारे नियम पुराने हैं। हम ठेकेदारों के सामने कड़ी शर्ते रखते हैं। उदाहरण के तौर पर हाईवे और पुल के प्रोजेक्ट्स के लिए हमारी शर्त है कि केवल वे कंपनियों आवेदन कर सकती हैं जिन्हें इतना बड़ा प्रोजेक्ट संभालने का अनुभव है। हमारे देश में किसी ने ऐसा नहीं किया, इसलिए ठेका देने के लिए कोई भारतीय कंपनी नहीं होती थी।"
आत्मनिर्भर भारत को चीन से न जोड़ें- गडकरी
गडकरी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के जरिए सरकार का लक्ष्य भारतीय कंपनियों और कारोबारों को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, "आत्मनिर्भर भारत को चीन से न जोड़ें। हमें दुनिया में अपनी प्रतिस्पर्धा बढ़ानी होगी और इसके लिए हमें कम लागत वाली पूंजी की आवश्यकता है। हमें अपनी प्रौद्योगिकी और MSMEs में विदेशी निवेश को अपग्रेड करना होगा।" उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि दो महीने पहले भारत PPE आयात कर रहा था, लेकिन अब निर्यात करने को तैयार है।
भारतीय ठेकेदारों के पास योग्यता, लेकिन नियम गलत- गडकरी
गडकरी ने आगे कहा, "मैंने अपने लोगों से कहा कि हमारे नियम गलत हैं। यद्यपि भारतीय ठेकेदारों के पास योग्यता तो है, लेकिन वित्तीय और तकनीकी शर्तों के कारण उन्होंने जॉइंट वेंचर्स के जरिए दाखिल होना होता है। अभी की परिस्थितियों को देखते हुए चीनी कंपनियों के साथ जॉइंट वेंचर्स वाली कंपनियों को ठेका देना उचित नहीं है। ये देशहित में है।" उन्होंने कहा कि जब भारतीय ठेकेदार छोटे प्रोजेक्ट संभाल सकते हैं तो बड़े प्रोजेक्ट्स भी संभाल सकते हैं।