रूस में चीनी रक्षा मंत्री से मुलाकात नहीं करेंगे राजनाथ, भारत ने किया खबरों को खारिज
क्या है खबर?
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस के मॉस्को में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग से मुलाकात नहीं करेंगे। मंगलवार शाम को रक्षा मंत्रालय ने इससे संबंधित खबरों को खारिज करते हुए कहा कि दोनों नेताओं के बीच किसी भी बैठक की कोई योजना नहीं है।
चीन के 'ग्लोबल टाइम्स' अखबार ने दोनों नेताओं के बीच मुलाकात होने की संभावना जाहिर की थी। इस खबर को चीनी सरकार का मुखपत्र माना जाता है।
पृष्ठभूमि
परेड में हिस्सा लेने के लिए मॉस्को पहुंचे हैं दोनों देशों के रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर होने वाली एक सैन्य परेड में हिस्सा लेने के लिए रूस की राजधानी मॉस्को पहुंचे हैं। चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंग भी मंगलवार को हुए इस परेड में हिस्सा लेने के लिए मॉस्को पहुंचे थे।
इस बीच ग्लोबल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से खबर की थी कि वेई फेंग अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात कर सकते हैं।
जानकारी
भारत ने कहा- ऐसी कोई योजना नहीं
'ग्लोबल टाइम्स' के ये खबर करने के चंद घंटों के अंदर ही भारत ने ऐसी किसी भी बैठक की संभावना से इनकार कर दिया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच बैठक को कोई योजना नहीं बनी है।
बैठक
झड़प के बाद भारत-चीन में नहीं हुई आधिकारिक उच्च राजनैतिक बैठक
बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच उच्च राजनैतिक स्तर पर कोई आधिकारिक बैठक नहीं हुई है। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे, वहीं बड़ी संख्या में चीनी सैनिक मारे जाने की खबरें भी आ रही हैं।
झड़प के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वेंग यी को फोन जरूर किया था और हिंसा के गंभीर परिणाम की बात कही थी।
सैन्य बातचीत
सैन्य बातचीत में बनी सेनाएं पीछे हटाने पर सहमति
हालांकि इस बीच दोनों देशों के बीच सैन्य बातचीत चल रही है और सोमवार को हुई एक सैन्य बैठक में दोनों सेनाओं में पीछे हटने पर सहमति बनी। इस बैठक में भारत की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और चीन के मेजर जनरल लियु लिन शामिल हुए।
लगभग 11 घंटे चली इस मैराथन बैठक में भारत ने चीन से तय समय के अंदर अपने सैनिकों को पीछे हटाने और 4 मई से पहले की यथास्थिति बनाने को कहा है।
तनाव
हिंसक झड़प के बाद से ही भारत-चीन LAC पर तनावपूर्ण स्थिति
बता दें कि गलवान घाटी की हिंसा के बाद से ही भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनावपूर्ण स्थिति है और दोनों देशों ने यहां भारी संख्या में सेना तैनात कर रखी है।
भारत जल, हवा और पानी तीनों जगहों पर चीन की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं और कई लड़ाकू विमानों को लद्दाख के पास तैनात किया गया है। इसके अलावा अटैक हेलीकॉप्टर्स से हवाई निगरानी भी दी जा रही है।