सीमा विवाद: सैटेलाइट तस्वीरों में दिखे LAC के पास किए गए चीन के ताजा निर्माण कार्य
भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवाद चल रहा है। इसी बीच नई सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि गलवान घाटी में LAC के दौरान तरफ चीनी सेना की मौजूदगी है। यहां चीनी सेना के हथियार और दूसरे निर्माण कार्य देखे जा सकते हैं। बता दें, इससे एक दिन पहले ही दोनों देशों के कोर कमांडरों की बैठक में सैनिकों के पीछे हटने पर सहमति बनी थी।
पेट्रोल प्वाइंट 14 के पास की स्थिति
NDTV पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, ऊपर दिख रही तस्वीर पेट्रोल प्वाइंट 14 के पास के इलाके की है। 15 जून को इसी जगह पर दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि पहले जहां सिर्फ एक सफेद टेंट दिखाई दे रहा था वहां अब अलग-अलग तरह के कई ढांचे बने हुए हैं। जानकारों का कहना है कि इस जगह पर भारी वाहनों का भी आवागमन देखा गया है।
गलवान नदी पर बना दिख रहा पुल
गलवान घाटी इलाके की इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि चीन ने LAC से एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर गलवान नदी की धार पर छोटे पुल का निर्माण किया गया है। इसकी लोकेशन उसी जगह के आसपास दिखाई दे रही है, जहां बुल्डोजर की मदद से पानी का बहाव रोका गया था। 16 जून को यहां से कम पानी बह रहा था, लेकिन 22 जून से पानी की रफ्तार फिर तेज हो गई।
भारत की तरफ से प्रतिक्रिया का इंतजार
वहीं चीन की तरफ LAC को आने वाली सड़क को भी चौड़ा किया गया है। इसके लिए बड़ी मशीनों की मदद ली गई, जिन्हें तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है। हालांकि, इसकी तुलना में भारत की तरफ किसी भी सड़क के निर्माण या इससे जुड़ी दूसरी गतिविधियां नहीं देखी जा रही है। अभी तक भारतीय सेना या विदेश मंत्रालय की तरफ से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भारत ने पूरा किया था हाइवे का निर्माण
हालांकि, भारत ने LAC से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर एक हाइवे का निर्माण पूरा किया है, जो दक्षिण में स्थित दरबुक को उत्तर के दौलत बेग ओल्डी से जोड़ता है। इससे भारतीय सेना की अग्रिम मोर्चों तक जाने की ताकत में इजाफा हुआ है। इसके निर्माण को लेकर चीन चिंतित था क्योंकि यह भारतीय सेना को उसके मुकाबले बढ़त देता है। वहीं भारत का कहना था कि वह किसी भी हालत में हाइवे का निर्माण नहीं रोकेगा।
सोमवार को बनी थी सैनिकों को पीछे हटाने की सहमति
सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सोमवार को दोनों देशों के कोर कमांडरों की बैठक हुई थी। सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक माहौल में हुई बैठक में दोनों पक्ष सैनिकों को पीछे हटाने पर सहमत हुए थे। हालांकि, चीन पहले भी सैनिकों को पीछे हटाने पर सहमत हुआ था, लेकिन वह अपनी बात पर कायम नहीं रहा, जिसके बाद हिंसक झड़प हुई। इसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे। चीन के भी कई सैनिकों के मारे जाने की खबर है।