महाराष्ट्र: शिंदे और ठाकरे गुट के विधायकों के बीच विधानसभा के बाहर झड़प, जमकर हुई नारेबाजी
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार तकरार की घटनाएं सामने आ रही है।
इस बीच विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले गुट और उद्धव ठाकरे गुट के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
इसके बाद दोनों गुटों के विधायक विधानसभा के बाहर आपस में भिड़ गए और एक दूसरे से धक्का-मुक्की की। इस दौरान विपक्ष के विधायकों ने जमकर नारेबाजी भी की।
विवाद
पिछले चार दिनों से विरोध कर रहे थे विपक्षी विधायक
विधानसभा के मानसून सत्र के पहले चार दिनों में महा विकास अघाड़ी (MVA) विधायकों ने विधानसभा की सीढ़ियों पर नारेबाजी से सबका ध्यान खींचा था। MVA विधायक लगातार 'आला रे आला, गद्दार आला', '50 खोखे एकदम ओके', 'गदरानान बीजेपी ची तत्त्वी, चलो चले गुवाहाटी' जैसे नारों से शिंदे समूह और भाजपा को परेशान कर दिया था।
इससे सत्ता पक्ष के विधायक दुविधा में थे। ऐसे में बुधवार को उन्होंने भी विधानसभा के बाहर धरना देना शुरू कर दिया।
जवाबी हमला
भाजपा विधायकों ने किया जवाबी हमला
भाजपा विधायकों ने भी MVA विधायकों के नारों का जवाब देने के लिए 'BMC के बक्से, मातोश्री के ओके', 'स्थायी समिति के बक्से, मातोश्री के ओके' जैसे नारे लगाए।
इस दौरान विधायक रोहित पवार और अमोल मितकारी के नेतृत्व में विपक्ष के विधायक उन्हें जवाब देने पहुंच गए और 'गाजर देना बंद करो, सूखा घोषित करो' जैसे नारे लगाना शुरू कर दिया।
इसको लेकर शिंदे गुट के विधायक दिलीप लांडे और विपक्ष के विधायक अमोल मिटकरी आपस में भिड़ गए।
जानकारी
दोनों पक्षों के विधायकों में हुई जमकर धक्का-मुक्की
विधायक लांडे और मिटकरी के भिड़ने के बाद दोनों पक्षों के विधायक आपस में भिड़ गए और दोनों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद विपक्ष के नेता अजीत पवार हस्तक्षेप कर अपने विधायकों को एक तरफ ले गए। तब जाकर बाद मामला शांत हुआ।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें झड़प का वीडियो
#WATCH | A scuffle broke out between a few ruling party MLAs and Maha Vikas Aghadi MLAs outside the Maharashtra Assembly, in Mumbai pic.twitter.com/genqozygaU
— ANI (@ANI) August 24, 2022
नीति
नदियों से गाद निकालने के लिए बनाई जाएगी नीति
इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में पूछे गए प्रश्नों पर जवाब दिया।
भाजपा सदस्य सुनील राणे द्वारा कुछ नदियों में उम्मीद से पहले बाढ़ आने और बड़े नुकसान को लेकर पूछे गए सवाल पर शिंदे ने कहा कि वह बाढ़ को रोकने के लिए राज्य की नदियों से गाद (कचरा-कीचड़) निकालने के लिए एक व्यापक नीति बनाएंगे। इससे आने वाले समय में नदियों की सफाई होगी और तेज बारिश के बाद भी बाढ़ का खतरा नहीं रहेगा।
अपील
शरद पवार ने की भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील
इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार ने विपक्षी पार्टियों से अपने-अपने मतभेदों को अलग रखकर साल 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ खड़े नहीं होने पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के अरविंद केजरीवाल से मतभेद हो सकते हैं, लेकिन वास्तविक लड़ाई भाजपा से है। ऐसे में उसे सबक सिखाने के लिए विपक्ष की एकजुटता जरूरी है।