लोकसभा और राज्यसभा में अडाणी-मणिपुर और संभल हिंसा को लेकर विपक्ष का हंगामा, शुक्रवार तक स्थगित
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से हंगामें की भेंट चढ़ रहा है। गुरुवार को सत्र के तीसरे दिन भी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। दोनों सदन सुबह 11 बजे शुरू हुए। इसके बाद लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने शपथ ली। शपथ कार्यक्रम के बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। पहले सदन दोपहर 12 बजे तक स्थगित हुई। दोबारा शुरू होने के बाद सदन शुक्रवार तक के लिए स्थगित की गई।
विपक्ष की क्या है मांग?
सत्र शुरू होने के बाद विपक्ष दोनों सदनों में अमेरिका में अडाणी समूह से जुड़े रिश्वतखोरी का मामला, उत्तर प्रदेश के संभल में हुई सांप्रदायिक हिंसा और मणिपुर हिंसा पर बहस की मांग कर रहा है। सांसदों ने दोनों सदनों में नारेबाजी भी की। इस दौरान केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू ने हंगामे के लिए विपक्ष की आलोचना की। लोकसभा में पीठासीन अधिकारी कृष्ण प्रसाद टेनेटी को सांसदों के शांत न होने पर कार्यवाही 29 नवंबर तक स्थगित करनी पड़ी।
पिछले 3 दिन से नहीं चल रही कार्यवाही
संसद के दोनों सदनों में पिछले 3 दिन से कोई काम नहीं हुआ है। सोमवार को सदन शुरू होने के बाद से विपक्ष तीनों मुद्दों पर लगातार हंगामा कर रहा है। राज्यसभा में INDIA गठबंधन ने अडाणी समूह के खिलाफ आरोपों, संभल हिंसा और दिल्ली में अपराध वृद्धि को लेकर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच कराने की मांग की है। इस पर 18 नोटिस दिए गए हैं, लेकिन राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने इनको खारिज कर दिया।