लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए INDIA गठबंधन ने भी खड़ा किया उम्मीदवार, होगा चुनाव
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए विपक्षी पार्टियों के INDIA गठबंधन ने भी अपना उम्मीदवार उतार दिया है। विपक्ष की ओर से कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद कोडिकुन्निल सुरेश राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के ओम बिरला को चुनौती देंगे। केरल के मावेलीकारा से सांसद के सुरेश ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इतिहास में पहली बार होगा, जब लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा और सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष का उम्मीदवार आमने-सामने होगा। बुधवार सुबह 11 बजे मतदान होगा।
अचानक कहां बिगड़ गई बात?
मंगलवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा, "मल्लिकार्जुन खड़गे के पास राजनाथ सिंह का फोन आया। राजनाथजी ने खड़गेजी से स्पीकर के लिए समर्थन मांगा है। पूरा विपक्ष समर्थन को तैयार है, लेकिन विपक्ष को डिप्टी स्पीकर मिलना चाहिए।" राहुल गांधी ने आगे कहा, "राजनाथ सिंह ने कल शाम कहा था कि वे खड़गे जी कॉल रिटर्न करेंगे, लेकिन अभी तक खड़गे जी के पास कोई जवाब नहीं आया।"
राहुल गांधी ने लगाया खड़गे का अपमान करने का आरोप
राहुल ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं कि रचनात्मक सहयोग हो और अब हमारे नेता का अपमान किया जा रहा है। नीयत साफ नहीं है। नरेंद्र मोदी जी कोई रचनात्मक सहयोग नहीं चाहते हैं। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) ने भी डिप्टी स्पीकर दिया था। परंपरा है कि डिप्टी स्पीकर विपक्ष को होना चाहिए।" बता दें कि 11:30 बजे राजनाथ की ओर से कोई जवाब न आने के बाद INDIA गठबंधन सीधे नामांकन कराने पहुंच गई।
सुनिए, क्या बोले राहुल गांधी
रोचक होगा लोकसभा अध्यक्ष पद का मुकाबला?
लोकसभा की 540 सीटों में NDA के पास कुल 292 सीटे हैं। इसमें भाजपा के 240, तेलुगु देशम पार्टी के 16, जनता दल यूनाइटेड के 12, शिवसेना (शिंदे गुट) के 7 और अन्य पार्टियों के 17 सांसद शामिल हैं। INDIA के पास कांग्रेस के 100 सांसद मिलाकर कुल 234 सांसद हैं, जो जीत के लिए काफी नहीं। हालांकि, पार्टी के व्हीप नियुक्त न होने और फुट टाइम स्पीकर न होने से सांसद पार्टी से अलग जाकर वोट कर सकते हैं।
के सुरेश ने नामांकन दाखिल किया
प्रोटेम स्पीकर पद के संभावित उम्मीदवार थे के सुरेश
के सुरेश केरल से 8 बार के सांसद हैं। संसद के सबसे वरिष्ठ सदस्य होने के नाते उनको 18वीं लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना था, लेकिन केंद्र ने उनको नजरअंदाज कर 7 बार के सांसद भाजपा नेता भृतहरि महताब को स्पीकर बना दिया था।