झारखंड: 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट, टूट के डर से रिजॉर्ट में JMM-कांग्रेस के विधायक
झारखंड में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद से सियासी उठापटक जारी है। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के तौर पर चंपई सोरेन ने शपथ ले ली है और उन्हें 5 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करना है। इस बीच सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) गठबंधन के लगभग 40 विधायकों को कांग्रेस शासित राज्य तेलंगाना ले जाया गया है। आशंका है कि चंपई सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा उन्हें अपने पाले में करने की कोशिश कर सकती है।
चंपई सरकार को क्यों है आशंका?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए जाने पहले से ही हेमंत सोरेन केंद्र की भाजपा सरकार पर एक निर्वाचित सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद चंपई का अपना उत्तराधिकारी चुना। सोरेन के इस्तीफे के 2 दिन बाद नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इससे भाजपा पर सत्तारूढ़ विधायकों को तोड़ने में जानबूझकर नई सरकार गठन में देरी करने के आरोप लगे हैं।
तेलंगाना कांग्रेस प्रभारी दीपा दासमुंशी की देखरेख में हैं विधायक
कांग्रेस की तेलंगाना प्रभारी दीपा दासमुंशी एक रिसॉर्ट में सभी विधायकों की व्यवस्थाओं की देखरेख कर रही हैं और झारखंड के सत्तारूढ़ विधायकों की सुरक्षा में 50 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं। समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, सभी विधायक हैदराबाद के शमीरपेट में एक रिजॉर्ट में ठहरे हैं और यहां पर पुलिस बैरिकेड्स भी लगाए गया हैं। ये सभी विधायक 5 फरवरी होने वाले फ्लोर टेस्ट के लिए रिजॉर्ट से झारखंड रवाना होंगे।
झारखंड कांग्रेस प्रभारी ने बोले- हमें रणनीति से होगा फायदा
झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा, "जब चौकीदार ही चोर बन जाता है तो अपने लोगों से सावधान रहना पड़ता है और विधायकों को सुरक्षित करने में कोई समस्या नहीं है। हमें बहुत संघर्ष के बाद इतनी बड़ी जीत मिली है।" उन्होंने कहा, "जब सभी विधायक एक साथ रहना चाहते हैं तो इसमें समस्या क्या है? हम रणनीति के अनुसार ऐसा कर रहे हैं। हमें इस रणनीति से फायदा हुआ है और हमें भविष्य में भी फायदा होगा।''
क्या है झारखंड विधानसभा की स्थिति?
दरअसल, झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं और मुख्यमंत्री चंपई को बहुमत साबित करने के लिए 41 सीटों की आवश्यकता है। चंपई 47 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन में JMM के 29, कांग्रेस के 16, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और CPI(ML) का एक-एक विधायक है। दूसरी ओर विपक्षी पार्टी भाजपा के 25 विधायक हैं। मुख्यमंत्री चंपई को आशंका है कि भाजपा विधायकों को तोड़ने के लिए खरीद-फरोख्त की कोशिश कर सकती है।
न्यूजबाइट्स प्लस
31 जनवरी को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन को कथित जमीन घोटाले में ED ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, लेकिन कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया। अब सोरेन अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड हाई कोर्ट में अपील कर सकते हैं। इस बीच ED ने सोरेन की रिमांड की मांग की, जिस पर रांची कोर्ट ने ED को उनकी 5 दिन की हिरासत दे दी।