महाराष्ट्र में 40 दिन बाद हुआ कैबिनेट का विस्तार, 18 मंत्रियों ने ली शपथ
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में बड़े सियासी घटनाक्रम के बाद भाजपा के सहयोग से बनी एकनाथ शिंदे सरकार के कैबिनेट का आखिरकार 40 दिन बाद मंगलवार को विस्तार हो गया है।
मुंबई में आयोजित एक भव्य समारोह में कुल 18 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसमें भाजपा और शिंदे गुट के नौ-नौ मंत्री शामिल हैं।
मुख्यमंत्री शिंदे ने समारोह से पहले अपने गुट के विधायकों से मुलाकात की। उन्हें शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
मंत्रीमंडल
इन विधायकों को मिली मंत्रीमंडल में जगह
कैबिनेट विस्तार में भाजपा गुट के चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, राधा कृष्ण विखे पाटिल, गिरीश महाजन, सुरेश खाडे, रविंद्र चव्हाण, मंगल प्रभात, विजय कुमार गवित और अतुल सावे को मंत्रीमंडल में शामिल किया गया हैं।
इसी तरह मुख्यमंत्री शिंदे गुट की ओर से दादा भूसे, उदय सामंत, गुलाबराव पाटिल, तानाजी सावंत, संजय राठौड़ और संदीपन भूमारे को मंत्री बनाया गया है। इन सभी 18 मंत्रियों ने राज्यपाल ने शपथ दिलाई है।
आशंका
फडणवीस को गृह मंत्रालय मिलने की जताई जा रही है उम्मीद
महाराष्ट्र में भले ही कैबिनेट का विस्तार हो गया है, लेकिन फिलहाल यह साफ नहीं है कि किस नेता को कौन सा विभाग दिया जाएगा।
इस बीच चर्चाएं हैं कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गृह मंत्रालय दिया जा सकता है। इसके अलावा भी कई अहम मंत्रालय भाजपा के खाते में जा सकते हैं।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले मुख्यमंत्री शिंदे की तरह देवेंद्र फडणवीस ने भी सभी भाजपा विधायकों के साथ बैठक कर कैबिनेट विस्तार पर चर्चा की थी।
जानकारी
किसी भी महिला विधायक को नहीं मिली मंत्रीमंडल में जगह
एकनाथ शिंदे सरकार के कैबिनेट विस्तार में सबसे अहम बात यह रही कि इसमें किसी भी महिला विधायक को मंत्री बनने का मौका नहीं दिया गया है। इस विस्तार के साथ ही महाराष्ट्र मंत्री परिषद के सदस्यों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है।
पृष्ठभूमि
शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर बनाई थी सरकार
जून में शिंदे ने शिवसेना के कई विधायकों के साथ मिलकर उद्धव ठाकरे से बगावत कर दी थी।
इसके बाद 29 जून को सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसके अगले ही दिन शिंदे ने भाजपा के सहयोग से मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी। तभी से दोनों दो सदस्यीय कैबिनेट के रूप में काम कर रहे थे।
आलोचना
कैबिनेट का विस्तार न होने से हो रही थी आलोचना
महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन होने के बाद कैबिनेट विस्तार न होने से विपक्ष लगातार इसकी आलोचना कर रहा था।
कहा जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार के मुद्दे को लेकर फडणवीस और शिंदे हाल के दिनों में कई बार दिल्ली गए थे। उसके बाद कैबिनेट विस्तार पर दोनों गुटों में सहमति बन गई।
अब शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट के बीच शिवसेना पर अधिकार को लेकर जारी जंग के और तेज होने की संभावना बढ़ गई है।