एग्जिट पोल क्या और कैसे होते हैं और ये कितने सही साबित होते आए हैं?
क्या है खबर?
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं। इनमें उत्तर प्रदेश और मणिपुर में भाजपा और पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है। उत्तराखंड और गोवा में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर दिख रही है।
आइए जानते हैं कि एग्जिट पोल आखिर क्या और कैसे होते हैं और अभी तक ये कितने सही साबित होते आए हैं।
एग्जिट पोल
एग्जिट पोल क्या होते हैं और इन्हें कैसे किया जाता है?
वोट डालने के ठीक बाद मतदाताओं की राय लेकर किए जाने वाले सर्वे को एग्जिट पोल कहा जाता है। इसमें जब मतदाता वोट डाल कर बूथ से बाहर निकल रहे होते हैं, तब उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने किसे वोट दिया।
मतदाताओं के जवाब के विश्लेषण के आधार पर नतीजों का अनुमान लगाया जाता है।
न्यूज चैनल्स और सर्वे करने वाले संगठन मिलकर एग्जिट पोल करते हैं। आमतौर पर ये बहुत अधिक वैज्ञानिक तरीके से नहीं किए जाते हैं।
जानकारी
ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल में क्या अतर है?
जहां ओपिनियन पोल चुनाव से पहले होते हैं, वहीं एग्जिट पोल मतदान के ठीक बाद किए जाते हैं। ओपिनियन पोल में लोगों से तमाम मुद्दों पर उनकी राय मांगी जाती है। मतदाताओं को प्रभावित करने के कारण ओपिनियन पोल पर अक्सर सवाल उठते रहे हैं।
शुरूआत
कब से हो रहे हैं एग्जिट पोल?
यूं तो 1940 के दशक से एग्जिट पोल जैसे अनुमान लगाए जा रहे हैं, लेकिन व्यवस्थित तौर पर इनकी शुरूआत 1960 के दशक में हुई।
1967 में नीदरलैंड के एक समाजशास्त्री ने देश में हुए चुनाव का एग्जिट पोल जारी किया था। इसी साल अमेरिका में भी एक राज्य में चुनाव के बाद एग्जिट पोल किया गया।
भारत में सबसे पहले एग्जिट पोल 1970 के दशक में किए गए और तभी से ये जारी हैं।
कितने सही, कितने गलत?
भारत में कितने सही साबित होते आए हैं एग्जिट पोल?
एग्जिट पोल हमेशा सही हों, ऐसा बिल्कुल नहीं है और ये कई बार गलत साबित हो चुके हैं। उदाहरण के तौर पर 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में अधिकांश एग्जिट पोल में भाजपा को सबसे अधिक सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन अंत में उसे महज 58 सीटें मिलीं, वहीं महागठबंधन ने 178 सीटें जीतीं।
हालांकि अधिकांश मौके पर एग्जिट पोल नतीजों की दिशा को साफ कर देते हैं और वास्तविक नतीजों में महज सीटों का अंतर होता है।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में एग्जिट पोल का क्या इतिहास है?
उत्तर प्रदेश की बात करें तो 2012 विधानसभा चुनाव में ज्यादातर एग्जिट पोल्स में समाजवादी पार्टी (सपा) को सबसे अधिक सीटें मिलने लेकिन पूर्ण बहुमत से दूर रहने का अनुमान लगाया गया था। हालांकि वास्तविक नतीजों में सपा ने पूर्ण बहुमत के साथ 220 से अधिक सीटें जीतीं।
2017 विधानसभा चुनाव में अधिकांश एग्जिट पोल्स ने भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान लगाया था, हालांकि भाजपा ने उनके अनुमान से कई अधिक 312 सीटें जीतीं।
जानकारी
पिछली बार पंजाब में कितने सही साबित हुए थे एग्जिट पोल?
उत्तर प्रदेश के विपरीत 2017 में पंजाब में एग्जिट पोल नतीजों की दिशा बताने में भी नाकाम रहे। अधिकांश एग्जिट पोल में AAP को बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया, लेकिन अंत में कांग्रेस ने सरकार बनाई और AAP को महज 20 सीटें मिलीं।