बंगाल: अंतिम चरण के मतदान से पहले चौथे उम्मीदवार की कोरोना के कारण मौत
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव लड़ रहे चौथे उम्मीदवार की सोमवार रात को कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई। मालदा जिले की वैष्णवनगर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार समीर घोष को हाल ही में कोरोना संक्रमित पाया गया था। 42 वर्षीय घोष की सोमवार रात मौत हो गई। इस सीट पर 29 अप्रैल को आठवें और आखिरी चरण में मतदान होना है। घोष से पहले तीन और उम्मीदवार इस महामारी की शिकार हो चुके थे।
इन उम्मीदवारों की हो चुकी है मौत
घोष से पहले मुर्शिदाबाद जिले की जंगीपुर सीट से रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार प्रदीप नंदी, कांग्रेस के रजाउल हक और उत्तर 24 परगना जिले के खारदाह सीट से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार काजल सिन्हा की इस खतरनाक वायरस के कारण मौत हो गई थी। अभी बंगाल में आठवें चरण का मतदान बाकी है और चार उम्मीदवारों की मौत हो चुकी है। वहीं, कुछ उम्मीदवारों में इस कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि भी हो चुकी है।
कोरोना संकट के बीच हो रहे चुनाव
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव हो रहे हैं। 27 अप्रैल को पहले चरण के साथ शुरू हुए चुनावों के आखिरी दौर का मतदान 29 अप्रैल को होना है। राज्य में चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं, जब देश कोरोना संक्रमण की दूसरी और अधिक खतरनाक लहर का सामना कर रहा है। बीते कुछ दिनों से देश में रोजाना तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और अस्पतालों में इलाज के इंतजाम कम पड़ने लगे हैं।
बंगाल में क्या है संक्रमण की स्थिति?
चुनावों के बीच पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ती जा रही है। बीते दिन राज्य में कोरोना के लगभग 16,000 मामले सामने आए और 68 मौतें हुईं। इसी के साथ यहां संक्रमितों की कुल संख्या 7,59,942 हो गई है। इनमें से 94,949 सक्रिय मामले हैं, 6,53,984 लोग महामारी को हराकर ठीक हो चुके हैं और 11,009 लोगों की मौत हुई है। महामारी के बढ़ते प्रकोप के कारण राजधानी कोलकाता में हालात लगातार खराब हो रहे हैं।
हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग को लगाई थी फटकार
विधानसभा चुनावों के बीच राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने राजनीतिक दलों के प्रचार और मतदान के दौरान कोरोना से बचाव के नियमों के उल्लंघन के मामलों में उचित कार्रवाई न करने के कारण आयोग के अधिकारियों को फटकारा था। कोर्ट ने कहा कि आयोग के पास महामारी से बचाव के नियमों को लागू कराने के पूरे अधिकार हैं, लेकिन वो ऐसा करने में असफल रहा।
2 मई को आने हैं नतीजे
29 अप्रैल को आखिरी चरण का मतदान होने के बाद 2 मई को पश्चिम बंगाल समेत तीन राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित होंगे। कोरोना संकट को देखते हुए चुनाव आयोग ने विजयी जुलूसों पर रोक लगा दी है।