ट्विटर पर आया विधानसभा चुनाव से जुड़ा सर्च फीचर, छह भारतीय भाषाओं का सपोर्ट
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने कई भारतीय राज्यों में विधानसभा चुनाव होने के चलते सोमवार को नए सर्च फीचर से जुड़ी घोषणा की है। कंपनी छह भारतीय भाषाओं में सर्च प्रॉम्प्ट लेकर आई है, यानी कि यूजर्स अपनी भाषा में चुनाव संबंधी जानकारी सर्च कर पाएंगे। बता दें, भारत के असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव से जुड़े अपडेट्स यूजर्स को सबसे पहले ट्विटर पर मिलेंगे।
भारतीय चुनाव आयोग के साथ साझेदारी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने सबसे पहले चुनाव से जुड़ी जानकारी अपने यूजर्स तक पहुंचाने के लिए भारतीय चुनाव आयोग के साथ पार्टनरशिप की है। जिन राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, वहां के चुनाव आयोगों के साथ भी ट्विटर की पार्टनरशिप हुई है। वोटर्स को ट्विटर पर विश्वसनीय और आधिकारिक जानकारी दी जाएगी। इस जानकारी में उम्मीदवारों की सूची, वोटिंग की डेट, पोलिंग बूथ्स और EVM वोटर रजिस्ट्रेशन जैसी जानकारी मिलेगी।
ट्विटर पर 'इलेक्शन इन्फॉर्मेशन प्रॉम्प्ट'
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म की ओर से कई भारतीय भाषाओं में 'इलेक्शन इन्फॉर्मेशन प्रॉम्प्ट' लॉन्च किया गया है। यह सर्च प्रॉम्प्ट छह भारतीय भाषाओं में लॉन्च हुआ है, जिनमें बंगाली, तमिल, मलयालम, असमिया, हिंदी और इंग्लिश शामिल हैं। ट्विटर ने बताया है कि ये इन्फॉर्मेशन प्रॉम्प्ट्स मेंशन की गई भाषा में 20 से ज्यादा हैशटैग्स सपोर्ट करेंगे। कंपनी ने कहा है कि ये प्रॉम्प्ट यूजर्स की होम टाइमलाइन और सर्च में दिखेंगे, जहां से सिंगल टैप पर जरूरी जानकारी उन्हें मिल जाएगी।
विधानसभा चुनाव के लिए आया खास इमोजी
सर्च प्रॉम्प्ट के अलावा ट्विटर ने एक कस्टम इमोजी भी #असेंबलीइलेक्शंस2021 हैशटैग के लिए लॉन्च किया है। इस इमोजी में इंक लगी हुई उंगली दिख रही है, जो भारतीय नागरिकों के वोट देने के अधिकार को दिखाती है। यह इमोजी प्लेटफॉर्म पर 10 मई तक उपलब्ध रहेगा। कंपनी ने कहा है कि यूजर्स इस इमोजी को ऐक्टिवेट करने के लिए इंग्लिश, हिंदी, बंगाली, असमिया, मलयालम और तमिल में ट्वीट कर सकते हैं।
अफवाहों और फेक न्यूज से बचने की कवायद
ट्विटर ने बताया कि अलग-अलग राज्यों के चुनाव आयोगों और यूथ की आवाज, एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स जैसे सोसाइटी पार्टनर्स की मदद से चुनाव से जुड़ी झूठी जानकारी प्लेटफॉर्म से हटाई जाएगी। नए फीचर्स के साथ ट्विटर वोटर्स तक चुनाव से जुड़ी जानकारी पहुंचाते हुए उनके लिए वोट देने की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहती है। ट्विटर की कोशिश है कि इस दौरान किसी तरह की अफवाहें और फेक न्यूज फैलने से रोकी जाएं और सही जानकारी यूजर्स तक पहुंचे।