पश्चिम बंगाल: सुवेंदु अधिकारी ने बनर्जी के नामांकन पर जताई आपत्ति, मुकदमे छिपाने का लगाया आरोप
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों की शुरुआत 27 मार्च से होगी। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई है और प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार में जान झोंक रखी है। इसी बीच सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी बढ़ गए हैं। ऐसे में नंदीग्राम सीट से भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने उनके सामने चुनाव मैदान में खड़ी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नामांकन को लेकर आपत्ति जताई है।
बंगाल में आठ चरणों में होने हैं चुनाव
बंगाल की 294 सीटों पर 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। नतीजे 2 मई को आएंगे। इन चुनाव में मुख्य टक्कर सत्तारूढ़ TMC और भाजपा के बीच मानी जा रही है। अभी तक बंगाल में छोटी पार्टी रही भाजपा इस बार TMC के किले में सेंध लगाने की तैयारी के साथ उतरी है और अमित शाह ने पार्टी को 200 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है।
अधिकारी ने बनर्जी पर लगाया नामांकन में मुकदमे छिपाने का आरोप
इंडिया टुडे के अनुसार मुख्यमंत्री बनर्जी नंदीग्राम सीट से नामांकन दाखिल किया है। इस सीट पर उनका मुकाबला TMC से भाजपा में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी से है। दोनों ने अपने-अपने नामांकन दाखिल कर दिए हैं। इसी बीच अधिकारी ने बनर्जी के नामांकन पर आपत्ति जताते हुए उन पर दर्ज मुकदमों की जानकारी छिपाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि बनर्जी ने शपथ पत्र में अपने ऊपर दर्ज छह मामलों की जानकारी नहीं दी है।
बनर्जी के खिलाफ असम में दर्ज हैं पांच FIR
अधिकारी ने आरोप लगाया कि बनर्जी के खिलाफ असम में पांच FIR दर्ज है और एक FIR केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में दर्ज है। वह एक मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट भी पहुंची थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया। इसके बाद भी उन्होंने नामांकन के साथ प्रस्तुत किए गए शपथ पत्र में इनका उल्लेख नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए जांच की मांग की है।
बनर्जी के खिलाफ असम में इन धाराओं में दर्ज हैं मामले
अधिकारी ने बताया कि बनर्जी के खिलाफ असम में दर्ज पांच मामलों में उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153A (विभिन्न समूहों मेेें शत्रुता को बढ़ावा देना), 120B (आपराधिक षड्यंत्र), 121, 198, 294 और 506 जोड़ी गई हैं। ये सभी गंभीर मामले हैं।
नियम सभी के लिए हैं बराबर- अधिकारी
अधिकारी ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को इस संबंध में सुबूत भी दिए हैं और आयोग इसकी जांच कर रहा है। अब मामले में कार्रवाई का काम चुनाव आयोग का है। उन्होंने कहा कि नियम सभी के लिए बराबर होते हैं, फिर चाहे वह बनर्जी हो, मोदी हो या फिर वह खुद हों। उन्होंने आयोग को आरोपों के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत कर दिए हैं। ऐसे में उम्मीद है कि आयोग इस पर आवश्यक रूप से कार्रवाई करेगा।
बनर्जी और अधिकारी के बीच लगातार जारी है जुबानी जंग
बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री बनर्जी और एक समय उनके खास रहे सुवेंदु अधिकारी के बीच लगातार जुबानी जंग चल रही है। बनर्जी जहां अपने बयानों से नंदीग्राम के जनता का ध्यानाकर्षित करने का प्रयास कर रही हैं, वहीं अधिकारी ने उन्हें बाहरी करार देते हुए चुनाव में करारी मात देने की बात कही है। TMC को सत्ता तक पहुंचाने में नंदीग्राम का अहम योगदान रहा है, वहीं नंदीग्राम अधिकारी का गढ़ माना जाता है।