कर्नाटक: पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और कुमारास्वामी के खिलाफ देशद्रोह और मानहानि का मामला दर्ज
बेंगलुरू पुलिस ने राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 23 लोगों के खिलाफ देशद्रोह और मानहानि का मामला दर्ज किया है। एक निचली अदालत ने पुलिस को के सिद्दारमैया और एचडी कुमारास्वामी के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए थे। शिकायत पर सुनवाई करते हुए अदालत ने पुलिस को भारतीय दंड संहिता की अलग-अलग धाराओं के तहत सिद्दारमैया और कुमारास्वामी पर मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। आइये, इस खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं।
FIR में शामिल हैं इन नेताओं और पुलिसकर्मियों के नाम
दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के अलावा कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडु राव, वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार, पूर्व उपमुख्यमंत्री परमेश्वर समेत दोनों पार्टियों के कई विधायकों को भी मामले में नामजद किया गया है। बुधवार को दर्ज हुई FIR में नेताओं के अलावा बेंगलुरू के पूर्व पुलिस कमिश्नर टी सुनील कुमार, पूर्व DCP पश्चिम राहुल शदपुरवाड, पूर्व DCP सेंट्रल देवराजू और छह अन्य पुलिस कर्मियों के नाम शामिल हैं।
किस मामले में दर्ज हुई है FIR?
यह FIR कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के नेताओं पर लोकसभा चुनावों के दौरान उनके इनकम टैक्स विभाग के छापों के विरोध में प्रदर्शन करने के मामले में दर्ज की गई है। सामाजिक कार्यकर्ता मल्लिकार्जुन ने शिकायत की थी कि कुमारास्वामी ने मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस और जनता दल के नेताओं के ठिकानों पर होने वाली छापेमारी की खबरें लीक कर दी थी। छापेमारी होने से पहले ही मीडिया के जरिए इन नेताओं तक इसकी सूचना पहुंच गई थी।
आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप
छापेमारी के विरोध में कुमारास्वामी के साथ तत्कालीन उप मुख्यमंत्री परमेश्वर, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, गठबंधन सरकार के पूर्व मंत्री, कई सांसदों और विधायकों ने 27 मार्च को आयकर विभाग के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। उस समय लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण देशभर में आचार संहिता लागू थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इन नेताओं का यह प्रदर्शन आचार संहिता का उल्लंघन था।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई- शिकायतकर्ता
मल्लिकार्जुन ने कहा, "ये नेता आयकर विभाग के अधिकारियों को भाजपा का एजेंट बता रहे थे और उन्हें ड्यूटी करने से रोक रहे थे। बेंगलुरू पुलिस कमिश्नर और दूसरे अधिकारियों ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। वो भी इन राजद्रोही गतिविधियों में शामिल थे।"
प्रदर्शन से अगले दिन हुई थी छापेमारी
विरोध प्रदर्शन से अगले दिन आयकर विभाग ने मांड्या से JD(S) के पूर्व सांसद सीएस पुट्टाराराजू के घर पर छापेमारी की थी। मांड्या से कुमारास्वामी के बेटे निखिल कुमारास्वामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन के प्रत्याशी थे। कुमारास्वामी ने आरोप लगाया था कि मांड्या के नेता उनके बेटे के लिए प्रचार कर रहे हैं इसलिए भाजपा उन्हें निशाना बनाने के लिए आयकर विभाग की छापेमारी करवा रही है। यह FIR बेंगलुरू के कमर्शियल स्ट्रीट पुलिस थाने में दर्ज की गई है।