महाराष्ट्र: राज्यपाल से मिलेंगी शिवसेना, कांग्रेस और NCP, पेश हो सकता है सरकार गठन का दावा
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी कशमकश के बीच शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस आज राज्यपाल से मुलाकात करेंगी। इनका कहना है कि इस मुलाकात का सरकार गठन से कोई संबंध नहीं है और वो बारिश से प्रभावित किसानों की मदद की गुहार लगाने के लिए राज्यपाल से मिल रही हैं। गौरतलब है कि तीनों पार्टियों ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए साथ आने की बात कही है और न्यूनतम साझा कार्यक्रम भी तैयार किया है।
पूरे पांच साल चलेगी सरकार- NCP
NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना और कांग्रेस के साथ राज्य में सरकार बनाएगी और यह सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी। उन्होंने कहा कि तीनों दल एक स्थायी सरकार बनाना चाहते हैं, जो राज्य के विकास के लिए काम करेगी। इसी बीच भाजपा ने भी सरकार गठन को लेकर अपना दावा ठोंका है। पार्टी ने कहा कि वह बहुमत के आसरे राज्य में सरकार बनाने जा रही है।
रविवार को सरकार गठन का दावा कर सकती है शिवसेना
राज्यपाल ने तीनों दलों को शनिवार दोपहर बाद तीन बजे मिलने बुलाया है। कहा जा रहा है कि तीनों दल राज्यपाल से सरकार गठन को लेकर बातचीत कर सकते हैं। वहीं रविवार को शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की पुण्यतिथि है इसलिए उस दिन सरकार का दावा पेश किए जाने की अटकलें भी चल रही हैं। उद्धव ठाकरे और शरद पवार, दोनों लोगों की नब्ज जानने के लिए राज्य में दौरे कर रहे हैं।
तीनों पार्टियों ने तय किया यह फॉर्मूला
तीनों पार्टियों के बीच मंत्री पदों को लेकर बंटवारे का फॉर्मूला तैयार हो चुका है। शिवसेना के कोटे से मुख्यमंत्री के अलावा 14 मंत्री, NCP तो एक उप मुख्यमंत्री और 14 मंत्री पद, कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष, एक उप मुख्यमंत्री और 12 मंत्री पद मिलेंगे।
राष्ट्रपति शासन लगने के पहले से चल रही बातचीत
बता दें कि तय समय के अंदर किसी भी पार्टी ने सरकार बनाने का दावा नहीं किया था, जिस कारण महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा था। राष्ट्रपति शासन लगने से पहले तीनों पार्टियों में सत्ता के बंटवारे और साझा न्यूनतम कार्यक्रम को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ था, इसलिए सरकार बनाने का दावा नहीं किया जा सका। अब दो-तीन दिन की लंबी बातचीत के बाद तीनों पार्टियां के बीच सभी मुद्दों को लेकर बात लगभग तय हो गई है।
रविवार को सोनिया से मिलेंगे शरद पवार
शरद पवार रविवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वो शिवसेना के साथ सरकार बनाने के कदमों पर जानकारी देंगे। साथ ही दोनों के बीच आगे की रणनीति पर भी बात होगी।
शिवसेना का भाजपा पर हमला
शिवसेना ने 'सामना' से भाजपा पर हमला बोलते हुए लिखा कि राज्य में सरकार बनते देख कई लोगों की परेशानी होना शुरू हो गई है। पत्र में लिखा गया है, 'ऐसे शाप भी दिए जा रहे हैं कि अगर सरकार बन भी गई तो वैसे और कितने दिन टिकेगी, देखते हैं। ऐसा 'भविष्य' भी बताया जा रहा है कि 6 महीने से ज्यादा सरकार नहीं टिकेगी। ये नया धंधा लाभदायक भले हो लेकिन ये अंधश्रद्धा कानून का उल्लंघन है।'