उद्धव ठाकरे बोले- कांग्रेस और NCP के साथ बातचीत जारी, शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाना मकसद
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच चल रहा सियासी नाटक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे समय पर जब दोनों पार्टियों के रुख में नरमी के संकेत मिल रहे थे, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि पार्टी अभी भी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ बातचीत कर रही है और वह एक शिवसैनिक को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं।
उद्धव बोले- जिसका वादा किया गया वहीं मांग रहे
गुरूवार को शिवसेना के विधायकों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, "हम वही मांग रहे हैं जिसका वादा हमसे किया गया था। हमने चुनाव से पहले भाजपा की स्थिति समझी थी, लेकिन मुझे अपनी पार्टी भी चलानी है।" देवेंद्र फडणवीस के बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, "अगर फडणवीस कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि अमित शाह और उनके बीच क्या वादा हुआ था, उन्हें पहले इस पर स्पष्टता लेनी चाहिए।"
फडणवीस ने कहा था, भाजपा ने नहीं किया था सत्ता में आधी हिस्सेदारी का वादा
बता दें कि फडणवीस ने बीते दिनों कहा था कि भाजपा ने कभी भी '50-50 फॉर्मूले' के तहत सत्ता के बंटवारे का वादा नहीं किया था। उन्होंने कहा था कि शिवसेना ने ये प्रस्ताव रखा जरूर था, लेकिन भाजपा इस पर सहमत नहीं हुई।
सरकार बनाने की जल्दी में नहीं हैं उद्धव
इस बीच उद्धव ने कहा कि वह सरकार बनाने की जल्दी में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सभी उनकी पार्टी के संपर्क में हैं और वह कांग्रेस और NCP के संपर्क में भी हैं। उद्धव पहले भी कांग्रेस और NCP के साथ सरकार बनाने की धमकी दे चुके हैं। बता दें कि नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना भाजपा से 50-50 फॉर्मूले के तहत सत्ता में आधी साझेदारी और ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद मांग रही है।
मिल थे भाजपा और शिवसेना में सुलह के संकेत
उद्धव का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब दोनों पार्टियों में सुलह के आसार नजर आ रहे हैं। अगर शिवसेना मुख्यमंत्री पद और गृह, शहरी विकास, राजस्व और वित्त विभाग पर अपना दावा छोड़ती है तो भाजपा उसे उप मुख्यमंत्री पद और 13-15 मंत्रालय देने को तैयार है। भाजपा जो मंत्रालय शिवसेना को देने को तैयार है उनमें PWD, ग्रामीण विकास, उद्योग और स्वास्थ्य जैसे अहम मंत्रालय भी शामिल हैं।
सरकार से बाहर रहेंगे आदित्य ठाकरे
जिस बैठक में उद्धव ने कांग्रेस और NCP के साथ संपर्क में होने की बात कही, उसमें एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता भी चुना गया। वह पिछली महाराष्ट्र सरकार में मंत्री थे। इसके अलावा इस बात की भी घोषणा हुई कि उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे सरकार से बाहर रहेंगे। आदित्य ने ये इच्छा जताई थी और उद्धव भी ये चाहते हैं कि वह सरकार का हिस्सा बनने से पहले अनुभव हासिल करें।