नए कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा-पंजाब में राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली, जानिए बड़ी बातें
क्या है खबर?
केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों को लेकर पंजाब और हरियाणा के किसान काफी समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां भी इन कानूनों के खिलाफ हैं।
इसको लेकर पंजाब कांग्रेस की ओर से 'खेती बचाओ यात्रा' निकाली जा रही है। इसमें पंजाब और हरियाणा के सैकड़ों किसानों सहित कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हैं।
यह रैली मंगलवार को हरियाणा बॉर्डर पहुंची, जिसमें राहुल खुद ट्रैक्टर चला रहे थे।
पृष्ठभूमि
इन कानूनों को लेकर किसान कर रहे हैं विरोध
मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा), मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक लेकर आई थी।
लोकसभा और राज्यसभा में पास होने और राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद इन विधेयकों ने कानून का रूप ले लिया।
देभशर के किसान इनका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है इनके जरिए सरकार मंडियों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को खत्म करना चाहती है।
रैली
मोगा से हुई है 'खेती बचाओ यात्रा' की शुरुआत
पंजाब कांग्रेस की ओर से गत 3 अक्टूबर से मोगा जिले से 'खेती बचाओ यात्रा' की शुरुआत की थी। राहुल गांधी इस रैली की अगुवाई कर रहे हैं।
इस यात्रा के तहत पहले दिन बढ़नी कलां गांव से 22 किलोमीटर की ट्रैक्टर रैली निकाली गई थी।
अगले दिन उन्होंने भवानीगढ़ से ट्रैक्टर रैली का नेतृत्व किया था और पटियाला के समाना पहुंचे थे। रैलियों की शुरुआत में उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा था।
पुलिस
पुलिस ने ट्रैक्टर रैली को हरियाणा में घुसने से रोका
राहुल गांधी मंगलवार को ट्रैक्टर रैली का नेतृत्व करते हुए पंजाब-हरियाणा के पिहोवा बॉर्डर पहुंच थे। वहां पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें राज्य में प्रवेश करने से रोक दिया।
इस दौरान किसानों ने जमकर हंगामा किया, लेकिन राहुल गांधी ने उन्हें शांत करते हुए इंतजार करने के लिए कहा।
रैली की शुरुआत से पहले राहुल गांधी ने कहा था कि कृषि संबंधी तीन 'काले कानूनों' से देश में चली आ रही खाद्य सुरक्षा की व्यवस्था नष्ट हो जाएगी।
जानकारी
राहुल गांधी ने सरकार पर लगाया गंभीर आरोप
रैली के रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कृषि कानूनों के जरिए अपने कुछ पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं। इन तीनों कानूनों का सबसे ज्यादा असर केवल खेती पर ही आश्रित पंजाब और हरियाणा के किसानों पर पड़ेगा।
इंतजार
5,000 घंटे तक करूंगा रास्ता खुलने का इंतजार- राहुल गांधी
पुलिस द्वारा रैली को रोके जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'पुलिस ने हमें हरियाणा की सीमा पर रोक दिया है। मैं यहां रास्ता खुलने तक इंतजार करूंगा। भले ही इसके खुलने में एक घंटा, पांच घंटे, 100 घंटे, 1,000 घंटे या 5,000 घंटे समय ही क्यों ना लगे।'
उन्होंने लिखा, 'जब तक रास्ता खुलेगा तब तक मैं शांति से इंतजार करूंगा और रास्ता खुलने के बाद ही आगे बढूंगा।' इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नाए भी लगाए।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें रैली का वीडियो
They have stopped us on a bridge on the Haryana border. I’m not moving and am happy to wait here.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 6, 2020
1 hour, 5 hours, 24 hours, 100 hours, 1000 hours or 5000 hours. pic.twitter.com/b9IjBSe7Bg
अनुमति
राहुल गांधी के मौके पर डटे रहने के बाद सरकार ने दी इजाजत
राहुल गांधी के किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हरियाणा बॉर्डर पर ही रुके रहने का निर्णय करने के बाद हरियाणा की भाजपा सरकार ने उन्हें 100 लोगों के साथ राज्य में प्रवेश की अनुमति दे दी।
हालांकि, इसका कार्यकर्ताओं और किसानों ने विरोध किया, लेकिन राहुल गांधी ने उन्हें समझाकर शांत कर दिया।
इसके बाद राहुल गांधी ने तीन ट्रैक्टरों के साथ हरियाणा की सीमा में प्रवेश किया। उनके अब कैथल और करुक्षेत्र पहुंचने की संभावना है।