बिहार: नवनिर्वाचित विधायकों में से 68 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले, 81 फीसदी करोड़पति
क्या है खबर?
बिहार के नवनिर्वाचित विधायकों में से 68 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं।
यह पिछली विधानसभा के विधायकों की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। साथ ही इस बार की विधानसभा में करोड़पति विधायकों की संख्या पिछली बार की 123 की तुलना में बढ़कर 194 हो गई है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने नए चुने गए 243 विधायकों में से 241 के शपथ पत्रों का विश्लेषण कर यह आंकड़ा जारी किया है।
बिहार के विधायक
51 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज
ADR के रिपोर्ट के मुताबिक, 241 में 123 (लगभग 51 फीसदी) विधायकों के खिलाप हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध समेत गंभीर धाराओं मामले दर्ज हैं।
2015 में चुनाव जीतकर विधायक बने 40 फीसदी नेताओं के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज थे।
इस बार 31 विधायकों के खिलाफ हत्या की कोशिश (धारा 307) के तहत मुकदमा दर्ज है और आठ विधायकों खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले चल रहे हैं।
दागी राजनेता
राजद के सबसे ज्यादा विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले
बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।
उसके 74 विधायकों के शपथ पत्रों का विश्लेषण करने के बाद पता चला है कि उनमें से 54 (73 फीसदी) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इस मामले में दूसरे नंबर पर भाजपा है। भाजपा के 74 उम्मीदवार जीतकर विधायक बने हैं। उसके 47 (64 फीसदी) विधायकों ने शपथ पत्रों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है।
दागी नेता
बाकी दलों का ये हाल
आपराधिक मामलों वाले विधायकों की संख्या के लिहाज से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) तीसरे नंबर पर है।
जदयू के 43 में 20 विधायकों (47 फीसदी), कांग्रेस के 19 में 16 विधायकों (84 फीसदी), CPI-ML के 12 में से 10 (83 प्रतिशत) और AIMIM के सभी पांचों विधायकों (100 फीसदी) के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
इन आकंड़ों को देखकर साफ राजनीति का सपना पूरा होने से बहुत दूर लगता है।
क्या आप जानते हैं?
गंभीर मुकदमे वाले विधायकों में भी राजद सबसे आगे
ADR की रिपोर्ट में बताया गया है कि गंभीर मुकदमे वाले विधायकों की संख्या में भी राजद सबसे आगे है। राजद के 44, भाजपा के 35, जदयू और कांग्रेस के 11-11, CPI-ML के आठ, AIMIM के सभी पांचों के खिलाफ संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
अमीर नेता
194 विधायक करोड़पति
बिहार में इस बार नए चुनकर आए विधायकों में 194 (81 प्रतिशत) करोड़पति हैं।
करोड़पति विधायकों के मामले में भाजपा सबसे आगे है। पार्टी के 89 फीसदी यानी 65, राजद के 87 फीसदी यानी 64, जदयू के 88 फीसदी यानी 38 और कांग्रेस के 74 फीसदी यानी 14 विधायकों ने शपथ पत्रों में एक करोड़ रुपये से ज्यादा संपत्ति होने की घोषणा की है।
अगर सभी विधायकों की संपत्ति का औसत निकाला जाए तो यह 4.32 करोड़ रुपये होता है।
बिहार विधानसभा चुनाव
महिला विधायकों की संख्या घटी
इसके अलावा नवनिर्वाचित विधायकों में से 82 ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं से 12वीं पास बताई है। 149 स्नातक या उससे ऊपर की पढ़ाई कर चुके हैं। एक विधायक के पास डिप्लोमा है तो नौ विधायकों ने खुद को साक्षर बताया है।
वहीं इस बार महिला विधायकों की संख्या कम हुई है। 241 उम्मीदवारों के विश्लेषण करने पर पता चला है कि इस बार 26 (11 प्रतिशत) महिला प्रत्याशी जीती हैं।
2015 में 243 में से 28 महिला विधायक थीं।