सपा-बसपा के गठबंधन का औपचारिक ऐलान, मायावती ने कहा- कांग्रेस-भाजपा एक जैसी
उत्तर प्रदेश मे लोकसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच गठबंधन का ऐलान हो गया है। मायावती और अखिलेश यादव ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इसका ऐलान किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस को पहले संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि उन्होंने गेस्टहाउस कांड को किनारे करते हुए सपा के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है ताकि भाजपा एंड कंपनी को सत्ता में आने से रोका जा सके।
'कांग्रेस को इसलिए रखा गठबंधन से दूर'
मायावती ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा की नीतियां एक जैसी हैं। दोनों पार्टियों की सरकार के समय रक्षा सौदों में घोटाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बोफोर्स के कारण सरकार गंवाई, वहीं भाजपा को राफेल के कारण अपनी सरकार गंवानी पड़ेगी।
मायावती और अखिलेश की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस
'भाजपा के तानाशाही रवैये से लोग नाखुश'
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नींद उड़ाने वाली है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के तानाशाही रवैये से लोग नाखुश हैं। लोकसभा उपचुनावों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जैसे इन चुनावों में हमने भाजपा को हराया था वैसे ही लोकसभा चुनाव में हम भाजपा को सत्ता में आने से रोकेंगे।
38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी दोनों पार्टियों
मायावती ने कहा कि सपा और बसपा दोनों मिलकर 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने 2 सीटें दूसरी पार्टियों और 2 सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के लिए बिना गठबंधन किए दो सीटें छोड़ी हैं क्योंकि वे नहीं चाहतीं कि भाजपा राहुल गांधी और सोनिया गांधी को इन सीटों पर उलझाकर रखें। हालांकि, दो अन्य सीटों पर कौन लड़ेगा, इसका ऐलान अभी तक नहीं किया है।
अखिलेश ने कानून-व्यवस्था को लेकर साधा निशाना
मायावती के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पूरे देश में अराजकता का माहौल है। प्रदेश में भूखमरी और गरीबी चरम पर है। अखिलेश ने कहा कि अब जाति के नाम पर राजनीति हो रही है। घायल का इलाज करने से पहले उसकी जाति पूछी जा रही है, केस दर्ज करने से पहले पीड़ित की जाति पूछी जा रही है।
मायावती का अपमान मेरा अपमान होगा- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेताओं ने मायावतीजी पर अशोभनीय टिप्पणियां की थीं। इन नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि मायावतीजी का सम्मान मेरा सम्मान है और उनका अपमान मेरा अपमान है।