NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    नरेंद्र मोदी
    राहुल गांधी
    एशियाई खेल
    #NewsBytesExclusive
    #NewsBytesExplainer
    वनडे विश्व कप 2023
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / क्या है महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जमीन विवाद और अभी यह सुर्खियों में क्यों है?
    क्या है महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जमीन विवाद और अभी यह सुर्खियों में क्यों है?
    1/8
    राजनीति 1 मिनट में पढ़ें

    क्या है महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जमीन विवाद और अभी यह सुर्खियों में क्यों है?

    लेखन मुकुल तोमर
    Jan 28, 2021
    02:45 pm
    क्या है महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जमीन विवाद और अभी यह सुर्खियों में क्यों है?

    महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के कर्नाटक के कुछ इलाकों पर दावा करने के बाद कर्नाटक सरकार ने मुंबई पर अपना दावा ठोकते हुए इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की है। दोनों राज्यों की सरकारों के बीच इस बयानबाजी ने उनके बीच चले आ रहे दशकों पुराने जमीन विवाद को सुर्खियों में ला दिया है। यह जमीन विवाद क्या है और अभी यह सुर्खियों में क्यों है, आइए आपको बताते हैं।

    2/8

    1956 में नए राज्यों के निर्माण से होती है विवाद की शुरूआत

    महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जमीन विवाद बेलगाम और इसके आसपास के 800 से अधिक गांवों को लेकर है और इसकी शुरूआत 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम के लागू होने के साथ होती है। इस अधिनियम के तहत भाषा के आधार पर नए राज्य बनाए गए थे और 1956 तक बॉम्बे राज्य का हिस्सा रहे बेलगाम और 10 तालुकाओं को मैसूर (कर्नाटक) राज्य को दे दिया गया था। इन इलाकों को कन्नड़ बहुल मानते हुए ये फैसला लिया गया था।

    3/8

    विवाद के समाधान के लिए 1966 में बनाया गया महाजन आयोग

    हालांकि महाराष्ट्र तभी से इस बंटवारे का विरोध करता आ रहा है और बेलगाम, कारवार और निपाणी को उसे सौंपने की मांग कर रहा है। महाराष्ट्र का दावा है कि इन इलाकों में मराठी बोलने वाले लोग बहुलता में हैं और इसलिए इन्हें उन्हें सौंपा जाना चाहिए। दोनों राज्यों के बीच इस विवाद को सुलझाने के लिए अक्टूबर, 1966 में महाजन आयोग का गठन भी किया गया जिसका नेतृत्व पूर्व मुख्य न्यायाधीश (CJI) मेहर चंद महाजन ने किया।

    4/8

    आयोग ने दिया 247 गांवों को महाराष्ट्र को सौंपने का सुझाव

    महाजन आयोग ने अगस्त, 1967 में अपनी रिपोर्ट सौंपते हुए सुझाव दिया कि कर्नाटक के 264 गांवों को महाराष्ट्र को सौंप दिया जाए और बेलगाम समेत 247 गांव कर्नाटक के पास ही रहने दिए जाए। कर्नाटक ने तो इस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया और तब से इसे लागू करने की मांग कर रहा है, लेकिन महाराष्ट्र ने इसे मानने से इनकार कर दिया और इसे पक्षपातपूर्ण और अतार्किक बताते हुए इसकी समीक्षा की मांग की।

    5/8

    2004 में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा महाराष्ट्र

    महाराष्ट्र तभी से बेलगाम समेत कर्नाटक के 814 गांवों को खुल को सौंपने की मांग करता आ रहा है और उसने इस संबंध में 2004 में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की। इस याचिका में संविधान के अनुच्छेद 131(b) का हवाला देते हुए कोर्ट से सीमा विवाद का समाधान करने को कहा गया है। मामला अभी भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और इस पर सुनवाई चल रही है।

    6/8

    कर्नाटक ने बेलगाम को बनाया उपराजधानी, बदला नाम

    महाराष्ट्र के सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद बनी परिस्थितियों को देखते हुए कर्नाटक ने 2006 में बेलगाम को अपनी उपराजधानी घोषित कर दिया और यहां बेंगलुरू के विधानसभा भवन 'सुवर्णसौध' की तर्ज पर एक विधानसभा भवन बनाया गया है जिसमें हर साल एक सत्र का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा 2014 में कर्नाटक सरकार ने बेगगाम का नाम बदलकर बेलगावी कर दिया और मौजूदा विवाद की जड़ उसका यही फैसला है।

    7/8

    उद्धव ठाकरे ने कहा- कर्नाटक को नाम नहीं बदलना चाहिए था

    दरअसल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 2019 में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार आने के बाद से ही इस मामले में सक्रिय बने हुए हैं और इसी हफ्ते अपने एक बयान में उन्होंने कहा था कि कर्नाटक को बेलगाम का नाम नहीं बदलना चाहिए था क्योंकि मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है। उन्होंने बेलगाम समेत अन्य इलाकों को महाराष्ट्र में शामिल करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए बेलगाम को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने की मांग की थी।

    8/8

    ठाकरे के जवाब में कर्नाटक ने किया मुंबई पर दावा

    ठाकरे के इस बयान पर पलटवार करते हुए कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री लक्ष्मण सवादी ने मुंबई पर अपना दावा ठोक दिया। उन्होंने कहा कि मुंबई पर कर्नाटक के लोगों का भी अधिकार है और इसलिए इसे कर्नाटक को सौंपा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक इस मामले का फैसला नहीं होता मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया जाए। राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी कहा है कि उनका राज्य महाजन आयोग की रिपोर्ट को अंतिम मानता है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    मुंबई
    कर्नाटक
    महाराष्ट्र
    उद्धव ठाकरे
    बीएस येदियुरप्पा

    मुंबई

    श्रद्धा कपूर और रोहन श्रेष्ठ की शादी की खबरों को शक्ति कपूर ने किया खारिज दिल्ली
    अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन ने जारी किया 'जन गण मन' का आधिकारिक प्रोमो इंस्टाग्राम
    'सरदार उधम सिंह' में भगत सिंह का किरदार निभाएंगे अमोल पाराशर भगत सिंह
    जॉन अब्राहम ने की 'सत्यमेव जयते 2' की रिलीज डेट की घोषणा ट्विटर

    कर्नाटक

    तमिलनाडु: चार साल बाद जेल से रिहा हुई शशिकला, अस्पताल में चल रहा है इलाज तमिलनाडु
    कर्नाटक: खनन के लिए विस्फोटक ले जा रहे ट्रक में धमाका, अब तक आठ की मौत देश
    कर्नाटक: डॉक्टरों मांगी वैक्सीन का चुनाव करने की अनुमति, चिकित्सा मंत्री को लिखा पत्र वैक्सीन समाचार
    कोरोना वायरस: देश में बीते दिन सामने आए 10,064 मामले, आठ महीनों में सबसे कम भारत की खबरें

    महाराष्ट्र

    कोरोना वायरस: देश में बीते दिन सामने आए 11,666 नए मामले, 123 मरीजों की मौत भारत की खबरें
    बॉम्बे हाई कोर्ट के "जबरन छूना यौन हमला नहीं" वाले फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक बॉम्बे हाई कोर्ट
    कोरोना वायरस: देश में बीते दिन 12,689 मामले, दुनिया में संक्रमितों की संख्या 10 करोड़ पार भारत की खबरें
    महाराष्ट्र में लागू नहीं किए जाएंगे नए कृषि कानून- विधानसभा स्पीकर शरद पवार

    उद्धव ठाकरे

    महाराष्ट्र: सरकारी अस्पताल में लगी आग, 10 नवजात शिशुओं की मौत महाराष्ट्र
    महाराष्ट्र: सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को देरी से दफ्तर पहुंचना पड़ेगा भारी, कटेंगी छुट्टियां और सैलरी महाराष्ट्र
    महाराष्ट्र में नहीं लगेगा लॉकडाउन, लेकिन अगले छह महीनों के लिए मास्क अनिवार्य- उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र
    महाराष्ट्र सरकार ने सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के जींस और टी-शर्ट पहनने पर लगाया बैन मुंबई

    बीएस येदियुरप्पा

    कर्नाटक: रेलवे ट्रैक के पास मृत पाए गए विधान परिषद के उपसभापति, सुसाइड नोट बरामद कर्नाटक
    फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का दावा- पूर्व नियोजित और सांप्रदायिक रूप से प्रेरित था बेंगलुरू दंगा कांग्रेस समाचार
    कर्नाटक के मुख्यमंत्री के बाद अब नेता विपक्ष सिद्धारमैया भी कोरोना वायरस से संक्रमित कर्नाटक
    कोरोना संक्रमित मिलने से चार दिन पहले प्रधानमंत्री के साथ बैठक में शामिल थे अमित शाह नरेंद्र मोदी
    अगली खबर

    राजनीति की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    Politics Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023