कर्नाटक विधान परिषद में मर्यादा तार-तार; उपसभापति को खींच कर कुर्सी से उतारा, हाथापाई की नौबत

कर्नाटक विधान परिषद से सदन की मर्यादा को तार-तार करने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में कांग्रेस विधायकों को उपसभापति भौजे गौड़ा को जबरदस्ती कुर्सी से उतारते और खींचकर सदन से बाहर ले जाते हुए देखा जा सकता है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में विरोधी पार्टियों के विधायकों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई का दावा भी किया गया है। सभी पार्टियों ने मामले में एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं। पूरा मामला क्या है, आइए आपको विस्तार से बताते हैं।
अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के पांच दिन बाद मंगलवार को कर्नाटक विधान परिषद का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया था। इस सत्र में गोहत्या निषेध और मवेशी संरक्षण विधेयक, 2020 को पेश किया जाना था और इस पर चर्चा होनी थी। इसके अलावा भाजपा परिषद के सभापति प्रताप चंद्र शेट्टी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाना चाहती थी। कांग्रेस से संबंध रखने वाले शेट्टी ने ही पिछले दिनों परिषद को समय से पहले स्थगित किया था।
चूंकि सभापति प्रताप चंद्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाना था, इसलिए भाजपा और कभी कांग्रेस की सहयोगी रही जनता दल सेक्युलर (JDS) ने सत्र शुरू होने से पहले सभापति के स्पीकर (अध्यक्ष) की कुर्सी पर न बैठने की मांग की और JDS के विधायक और उपसभापति भौजे गौड़ा को इस कुर्सी पर बैठा दिया। कांग्रेस के विधायक इससे गुस्से में आ गए और पहले गौड़ा को खींच कर कुस्सी से उतारा और फिर खींचते हुए दूर ले आए।
उपसभापति को कुर्सी से हटाए जाने से नाराज भाजपा और JDS विधायकों की इसके बाद कांग्रेस विधायकों के साथ धक्का-मुक्की और बहस हुई और इसी बीच सभापति प्रताप चंद्र सदन में आ गए। उपमुख्यमंत्री अश्वथ नारायण समेत अन्य भाजपा विधायकों ने उन्हें कुर्सी तक जाने से रोका, लेकिन मार्शल्स की मदद से वे कुर्सी तक पहुंचने में कामयाब रहे और सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद भी दोनों पक्षों में जमकर धक्का-मुक्की हुई।
#WATCH Karnataka: Congress MLCs in Karnataka Assembly forcefully remove the chairman of the legislative council pic.twitter.com/XiefiNOgmq
— ANI (@ANI) December 15, 2020
कांग्रेस विधायक प्रकाश राठौड़ ने मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा, "सदन की कार्यवाही नहीं चल रही थी। इसके बावजूद भाजपा और जनता दल सेक्युलर ने उपसभापति को गैरकानूनी ढंग से उनकी कुर्सी पर बैठाया था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा ऐसी असंवैधानिक चीजें कर रही है। कांग्रेस ने उपसभापति को आसन से उतरने को कहा। उनके नहीं उठने पर हमें उन्हें उठाना पड़ा क्योंकि वे गैरकानूनी ढंग से बैठे हुए थे।"
बता दें कि कर्नाटक विधान परिषद में विपक्षी पार्टियों कांग्रेस और JDS का बहुमत है और दोनों ही पार्टियां गोहत्या पर भाजपा सरकार के विधेयक का समर्थन न करने का ऐलान कर चुकी हैं। विधेयक विधानसभा में पहले ही पारित हो चुका है।