महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में भाजपा को झटका, छह में से मात्र एक सीट जीती
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है और छह सीटों पर हुए इस चुनाव में वह मात्र एक सीट जीत पाई। चार सीटें राज्य की सत्ता पर काबिज शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के खाते में गई हैं, वहीं एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने हार स्वीकार करते हुए कहा है कि वे गठबंधन की ताकत को आंकने में नाकाम रहे।
नागपुर के गढ़ में भी भाजपा की हार
जिन सीटों पर भाजपा हारी, उनमें उसके गढ़ में आने वाली सीटें भी शामिल हैं और उसकी सबसे बड़ी हार नागपुर में हुई। इस सीट पर भाजपा की पकड़ मजबूत मानी जाती है और पूर्व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और फडणवीस के पिता गंगाधर राव फडणवीस इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। गडकरी ने सबसे पहले 1989 में इस सीट से जीत दर्ज की थी और इसके बाद 2014 तक यहां लगातार चार बार जीत दर्ज की।
अन्य सीटों पर ये रहे नतीजे
धुले-नंदूरबार एकमात्र ऐसी सीट रही जहां भाजपा ने जीत दर्ज की। वहीं शरद पवार की NCP ने औरंगाबाद और पुणे स्नातक सीटों पर जीत दर्ज की। शिवसेना एक भी सीट जीतने में नाकाम रही और उसका एकमात्र प्रत्याशी अमरावती से हार गया।
फडणवीस बोले- हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे नतीजे
हार के बाद समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के नतीजे हमारी उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे। हम ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन हम सिर्फ एक सीट जीत सके। हमने महा विकास अघाड़ी (शिवसेना-NCP-कांग्रेस गठबंधन) की ताकत का आंकलन करने में गलती की।" गौरतलब है कि पुणे जैसी कुछ सीटों पर फडणवीस समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रचार किया था, लेकिन पार्टी यहां भी हार गई।
भाजपा और गठबंधन के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई था चुनाव
बता दें कि इस विधान परिषद चुनाव को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी गठबंधन और भाजपा के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई माना जा रहा था। दोनों ही पक्ष हालिया समय में कई मुद्दों पर आमने-सामने रहे हैं। इसके अलावा ये वैचारिक रूप से अलग-अलग धुरी की पार्टियों के महा विकास अघाड़ी गठबंधन की भी पहली चुनावी परीक्षा थी। जीत के बाद शरद पवार ने इसे गठबंधन की सरकार के अच्छे प्रदर्शन का प्रतीक बताया है।
सुप्रिया सुले ने भी ट्वीट कर दी जीत की बधाई
NCP की सांसद सुप्रिया सुले ने भी ट्वीट कर गठबंधन को जीत की बधाई दी है। उन्होंने लिखा, 'महा विकास अघाड़ी के प्रत्याशियों को वोट देने वाले सभी वोटर्स को धन्यवाद। उम्मीदवारों, कार्यकर्ताओं और नेताओं के मार्गदर्शन के बिना ये जीत संभव नहीं थी।'
शिक्षकों और स्नातकों के लिए आरक्षित छह सीटों पर 1 दिसंबर को हुई थी वोटिंग
महाराष्ट्र के उच्च सदन यानि विधान परिषद में कुल 78 सीटें हैं जिनमें से सात सीटों पर स्नातक और शिक्षकों के लिए आरक्षित हैं। स्नातक सीटों के लिए चुनाव में केवल वे लोग वोट डाल सकते हैं जो एक मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हों, वहीं शिक्षक सीटों के लिए चुनाव में केवल पूर्णकालिक शिक्षक वोट डाल सकते हैं। 1 दिसंबर को औरंगाबाद, पुणे और नागपुर की स्नातक सीटों और पुणे और अमरावती की शिक्षक सीटों पर वोटिंग हुई थी।