संजय राउत के अलावा और कौन-कौन से नेता हैं ED के निशाने पर?
देश में इस समय विपक्ष के कई नेताओं पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की गाज गिरी हुई है। ED ने रविवार को शिवसेना सांसद संजय राउत को पात्रा चॉल भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया और उनके आवास से 11.50 लाख रुपये बरामद किए हैं। कोर्ट ने उन्हें चार दिन के रिमांड पर भेजने के आदेश भी दिए हैं। यहां जानते हैं कि राउत के अलावा विपक्ष के किन-किन नेताओं पर ED की गाज गिरी हुई है।
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोनिया और राहुल गांधी से पूछताछ
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी भी ED के निशाने पर आ चुके हैं। एजेंसी ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दोनों नेताओं से पूछताछ की है। उन पर नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के अधिग्रहण में धोखाधड़ी का आरोप है। इसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन भी किया था। एजेंसी ने राहुल से जून में करीब 50 घंटे और पिछले महीने सोनिया गांधी से करीब 12 घंटे पूछताछ की थी।
पार्थ चटर्जी भी कर रहे हैं ED की कार्रवाई का सामना
ED पश्चिम बंगाल सरकार में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले के संबंध में 25 जुलाई को गिरफ्तार कर चुकी है। एजेंसी ने चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के आवास से 52 करोड़ रुपये भी बरामद किए थे। उसके बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने उन्हें मंत्री पद से हटा दिया और उन पर पार्टी को शर्मिंदा और अपमानित करने का आरोप लगाया था। एजेंसी ने उनके पास से चार हाई-एंड कारें भी जब्त की थी।
अभिषेक बनर्जी भी झेल रहे हैं ED की कार्रवाई की मार
TMC सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी राज्य में एक कथित कोयला घोटाले में ED की कार्रवाई की मार झेल रहे हैं। एजेंसी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करते हुए आरोप लगाया था कि आसनसोल और उसके आसपास राज्य के कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से करोड़ों रुपये का कोयला चोरी होने में बनर्जी की भूमिका है। मामले में उनकी पत्नी से भी पूछताछ की गई थी।
सत्येंद्र जैन और चरणजीत सिंह चन्नी भी झेल रहे हैं कार्रवाई
आम आदमी पार्टी (AAP) नेता सत्येंद्र जैन को ED ने 30 मई को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा 2017 में दर्ज किए मामले के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। उन पर दिल्ली में जमीन खरीदने के लिए काले धन के इस्तेमाल का आरोप है। इसी तरह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी से भी ED 2018 में उनके भतीजे भूपिंदर सिंह हनी द्वारा अवैध रेत खनन मामले में पूछताछ कर चुकी है।
JKCA मामले में कार्रवाई झेल रहे हैं फारूक अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला भी जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) में 113 करोड़ रुपये के धन के दुरुपयोग से संबंधित मामले में ED की कार्रवाई झेल रहे हैं। मई में एजेंसी ने उनके खिलाफ एक अतिरिक्त चार्जशीट दायर की थी। इससे अलावा दिसंबर 2020 में एजेंसी ने अब्दुल्ला के स्वामित्व वाली 11.86 करोड़ रुपये की आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों को कुर्क किया था। हालांकि, अब्दुल्ला ने आरोपों को नकार दिया है।
नवाब मलिक को भी गिरफ्तार कर चुका है ED
ED ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता नवाब मलिक को भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके कुछ करीबी सहयोगियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एजेंसी ने इस मामले में उनके खिलाफ कोर्ट में 5,000 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। दूसरी ओर मलिक ने उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है। वह वर्तमान में जेल की सलाखों के पीछे हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
ED द्वारा विपक्षी नेताओं के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाई से अब विपक्षी दलों के नेता केंद्र सरकार पर हमलावर हुए बैठे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार अपने खिलाफ विरोध को दबाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है। विरोध करने वाले नेताओं पर कार्रवाई कराकर उन्हें धमकाया जा रहा है और उन्हें चुप कराने का प्रयास किया जा रहा है। इन आरोपों की चहुंओर चर्चा भी हो रही है।