फारुक अब्दुला बोले- झूठ बोल रहे गृहमंत्री अमित शाह, मुझे नजरबंद किया गया
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारुक अब्दुला ने केंद्र सरकार पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्हें मारनी चाहती है। उन्होंने कहा, "जैसे ही दरवाजे खुलेंगे, हमारे लोग बाहर आएंगे। हम लड़ेंगे। हम कोर्ट जाएंगे। हम बंदूक उठाने वाले, ग्रेनेड और पत्थर फेंकने वाले लोग नहीं हैं। हम शांतिपूर्ण हल में विश्वास रखते हैं। वो हमें मारना चाहते हैं। मेरा बेटा जेल में है।" आइये, जानते हैं कि उन्होंने इसके अलावा और क्या-क्या कहा?
गृह मंत्रालय झूठ बोल रहा- फारुक अब्दुला
फारुक अब्दुला ने भावुक होते हुए कहा, "गृह मंत्रालय संसद में झूठ बोल रहा है कि मुझे नजरबंद नहीं किया गया और मैं अपनी मर्जी से घर पर रुका हूं।" जब उनसे पूछा गया कि उमर अब्दुला कहा हैं तो उन्होंने कहा कि वह जेल में है। वह नहीं जानते कि कितने और गरीब लोगों को जेल में डाला जाएगा। इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि फारुक अब्दुला को नजरबंद नहीं किया गया है।
यहां देखिये फारुक अब्दुला का पूरा बयान
अमित शाह बोले- मौज मस्ती में हैं फारुक अब्दुला
विपक्ष के सदस्यों ने लोकसभा में फारुक अब्दुला को लेकर सवाल उठाया था। इसके जवाब में शाह ने कहा, "उनकी सेहत ठीक है। मौज मस्ती में हैं। उनको नहीं आना है तो गन कनपटी पर रखकर बाहर नहीं ला सकते हम।" इसके बाद दोबारा उन्होंने कहा कि अब्दुला को नजरबंद या गिरफ्तार नहीं किया गया है। अगर वो ठीक नहीं है तो डॉक्टर उनका ध्यान रखेंगे। सदन की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
फारुक अब्दुला को नजरबंद नहीं किया गया- अमित शाह
बात करते-करते रो पड़े फारुक अब्दुला
NDTV से बात करते हुए फारुक अब्दुला ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि अमित शाह झूठ बोल रहे हैं। बात करते हुए फारुक अब्दुला रो पड़े। उन्होंने कहा, "आप बताइये कैसा लगेगा जब आपके शरीर के टुकड़े कर दिए जाएं। वो शरीर जो सब मुसीबतों में आपके साथ था। हर लड़ाई में आपका साथ दिया। जो लोग देश के साथ खड़े रहे, उन्हें आज कैसा लग रहा है।" उन्होंने कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है।
आजतक ऐसा हिंदुस्तान नहीं देखा- फारुक अब्दुला
फारुक अब्दुला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह मुद्दा एक तर्कपूर्ण अंत पर समाप्त होगा। उन्होंने आज तक ऐसी हिंदुस्तान नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि वो लोकतंत्र के लिए लड़ेंगे और जो कुछ हुआ है, उससे उन्हें धोखे का अहसास हुआ है।
महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुला को किया गया था गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद उमर अब्दुला और महबूबा मुफ्ती को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें श्रीनगर के सरकारी गेस्ट हाउस में रखा गया है। इन दोनों नेताओं ने ही अनुच्छेद 370 में बदलाव का विरोध किया था। महबूबा ने इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया था, वहीं उमर ने इस फैसले को चुनौती देने की बात कही थी। बता दें कि दोनों नेता जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।