अवैध रेत खनन मामला: ED ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी से की पूछताछ
क्या है खबर?
अवैध रेत खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से करीब छह घंटे पूछताछ की।
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को चन्नी पेश हुए थे और उन्हें दोबारा समन भेजा जा सकता है। चन्नी को पहले कई बार समन किया गया था, लेकिन वो पेश नहीं हुए थे।
बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले ED ने इस मामले में चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को गिरफ्तार किया था।
जानकारी
जालंधर कार्यालय में हुई थी पूछताछ
गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद हनी के खिलाफ ED ने 31 मार्च को चार्जशीट दायर की थी। सूत्रों का कहना है कि हनी के पास से बरामद हुए 10 करोड़ रुपये का संबंध चन्नी से हो सकता है।
जानकारी मिल रही है कि ED ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत 59 वर्षीय चन्नी से पूछताछ की थी। वो जालंधर स्थित एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय से बुधवार देर रात पूछताछ के बाद घर के लिए निकले थे।
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जनवरी में ED ने की थी छापेमारी
अवैध रेत खनन के एक मामले में ED ने 18 और 19 जनवरी को पंजाब के लुधियाना, मोहाली, पठानकोट, रूपनगर और फतेहगढ़ के 10 ठिकानों पर छापेमारी थी।
छापेमारी के दौरान ED ने कथित तौर पर हनी से जुड़े 10 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की थी। इसके अलावा खनन से जुड़े कई दस्तावेज, प्रोपर्टी पेपर्स, मोबाइल फोन, 21 लाख की कीमत का सोना और 12 लाख की घड़ी समेत कई चीजें जब्त की गई थीं।
पूछताछ
हनी से रिश्तों को लेकर पूछे गए सवाल
छापेमारी के बाद 3 फरवरी को हनी को ED ने जालंधर कार्यालय में समन किया था और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
एजेंसी ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि हनी ने यह बात कबूल कर ली है कि बरामद हुए 10 करोड़ रुपये अवैध रेत खनन और सरकारी कर्मचारियों के स्थानांतरण से कमाए गए थे।
ED ने चन्नी से हनी से उनके रिश्तों के बारे में पूछताछ की थी।
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स्थानांतरण और पोस्टिंग को लेकर भी किए गए सवाल
ED ने चन्नी से हनी की मुख्यमंत्री कार्यालय में आवाजाही और कुछ अधिकारियों के तबादलों और उनकी पोस्टिंग को लेकर भी सवाल पूछे थे। बता दें कि पंजाब चुनाव में हार के बाद चन्नी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
प्रतिक्रिया
सिद्धू ने दी प्रतिक्रिया
चन्नी की ED के सामने पेशी के बाद पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने लिखा, 'मेरी लड़ाई पंजाब के लिए थी, रेत के लिए नहीं। जो लोग जमीन, रेत और शराब माफिया चलाते हैं, उन्होंने अपने स्वार्थी हितों के लिए कोष को लूट कर पंजाब को निराश किया। मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों में पंजाब या माफिया में से एक चुनना पड़ेगा। लड़ाई जारी है।'