झंडे से लेकर सीटों तक, मुंबई में होने वाली INDIA की बैठक का क्या एजेंडा रहेगा?
आगामी लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को चुनौती देने के लिए बने 26 विपक्षी पार्टियों के गठबंधन INDIA की 31 अगस्त से मुंबई में 2 दिवसीय बैठक होनी है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में INDIA के अध्यक्ष के नाम पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा बैठक में गठबंधन का एक झंडा भी तय किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि INDIA गठबंधन की इस तीसरी बैठक के एजेंडे में क्या-क्या रहेगा।
कैसा रह सकता है INDIA का झंडा?
इंडिया टुडे के सूत्रों के अनुसार, मुंबई में होने जा रही इस बैठक के एजेंडे में गठबंधन का एक झंडा तय करना शामिल है। इस झंडे का इस्तेमाल गठबंधन की चुनावी रैलियों में होगा। हालांकि, सभी पार्टियां राज्यों में अपने-अपने चुनाव चिन्ह पर ही लड़ेंगी। बैठक में बिना अशोक चक्र वाले तिरंगे को INDIA गठबंधन का झंडा बनाए जाने का प्रस्ताव रखा जा सकता है। हालांकि, इसे लेकर अभी संशय है और अंतिम निर्णय बैठक में ही लिया जाएगा।
सीटों के बंटवारे पर भी हो सकती है चर्चा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, INDIA गठबंधन ने ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को छोड़कर देशभर में ऐसी 450 लोकसभा सीटों की पहचान की है, जहां गठबंधन सिर्फ एक ही उम्मीदवार चुनाव में उतारेगा। इन राज्यों से अभी तक कोई बड़ी पार्टी गठबंधन में शामिल नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि मायावती ने गठबंधन में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश की 80 में से 40 सीटों की मांग रखी। इसे लेकर भी बैठक में चर्चा हो सकती है।
गठबंधन के अध्यक्ष के नाम पर लग सकती है मुहर
बैठक में INDIA के अध्यक्ष के नाम पर भी कोई निर्णय लिया जा सकता है। साथ ही विपक्षी गठबंधन का एक मुख्य समन्वयक होगा। इसके अलावा 4 से 5 क्षेत्रीय समन्वयक बनाए जाने का भी प्रस्ताव है। बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन देशभर में कई रैलियों को आयोजन करेगा, जिसमें विपक्षी पार्टियों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे और रैलियों में केंद्र सरकार को उसकी नीतियों पर घेरेंगे।
गठबंधन में शामिल हो सकती है और भी विपक्षी पार्टियां- नीतीश कुमार
INDIA की तीसरी बैठक में कुछ और राजनीतिक पार्टियों के गंठबधन में होने की संभावना है। रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा, "हम मुंबई में आगामी बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव के लिए INDIA की रणनीति पर चर्चा करेंगे। मैं लोकसभा चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को एकजुट करना चाहता हूं। मैं उसी दिशा में काम कर रहा हूं। मुझे अपने लिए कोई इच्छा नहीं है।"