AAP के 8 विधायक भाजपा में शामिल हुए, एक दिन पहले दिया था इस्तीफा
क्या है खबर?
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के 8 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। इन सभी विधायकों ने 31 जनवरी को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और दूसरे वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में इन विधायकों ने पार्टी का दामन थाम लिया।
AAP ने सभी के टिकट काट दिए थे, इस वजह से ये नाराज बताए जा रहे थे।
विधायक
इन विधायकों ने थामा भाजपा का हाथ
भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित महरौलिया, जनकपुरी से विधायक राजेश ऋषि, कस्तूरबा नगर से विधायक मदनलाल, पालम से विधायक भावना गौड़, महरौली से विधायक नरेश यादव, आदर्श नगर से पवन शर्मा, बिजवासन विधायक भूपेंद्र सिंह जून और मादीपुर विधायक गिरीश सोनी शामिल हैं।
इन सभी विधायकों ने इस्तीफा देते हुए AAP पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और भेदभाव करने का आरोप लगाया था।
AAP
विधायकों के पार्टी छोड़ने पर AAP ने क्या कहा?
AAP ने एक सर्वे का हवाला देते हुए कहा, "सर्वेक्षण से पता चलता है कि ये सभी अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जनता के लिए उपलब्ध नहीं थे और इसलिए उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दिया गया। विधायकों का दूसरी पार्टी में शामिल होना कोई बड़ी बात नहीं है, यह राजनीति का हिस्सा है।"
बता दें कि AAP ने इस बार 16 विधायकों के टिकट काटे हैं और कई की सीट बदली है।
आरोप
विधायकों ने AAP पर लगाए ये आरोप
पालम विधायक भावना गौड़ ने लिखा कि उनका अब अरविंद केजरीवाल और AAP में भरोसा नहीं रहा है, इसलिए वे इस्तीफा दे रही हैं।
आदर्श नगर के विधायक पवन शर्मा ने लिखा कि AAP ईमानदारी वाली विचारधारा से भटक गई है और पार्टी की दुर्दशा देखकर वे दुखी हैं।
महरौली विधायक नरेश ने 'एक्स' पर इस्तीफे का ऐलान करते हुए लिखा, 'मैंने AAP से ईमानदारी की राजनीति के लिए जुड़ा था, लेकिन आज कहीं भी ईमानदारी नजर नहीं आ रही।'
मतदान
दिल्ली में 5 फरवरी को डाले जाएंगे वोट
दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी। यहां AAP, भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ मतदाता है, जिनमें 8.49 लाख पुरुष, जबकि 71.74 लाख महिलाएं हैं। पिछले 2 चुनावों में यहां AAP ने बड़ी जीत दर्ज की है।
2020 में कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं जीता था।