सिरदर्द से राहत दिलाने में सहायक हैं ये योगासन, जानिए इनके अभ्यास का तरीका
काम के दबाव और दिनभर की भागदौड़ के कारण कई लोग मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं। इसकी वजह से उन्हें सिरदर्द की समस्या होने लगती है। कई लोग अन्य कारणों से भी सिरदर्द से परेशान रहते हैं। वे इससे राहत के लिए दवाइयों का सेवन कर लेते हैं और इनका उनके शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसकी बजाय अगर कुछ योगासनों का अभ्यास किया जाए तो बिना किसी नुकसान के सिरदर्द से राहत पाई जा सकती है।
अर्ध पिंचा मयूरासन
सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं। अब अपनी हथेलियों और कोहनियों को जमीन पर रखें। इस दौरान आपके कंधे और कोहनी एक सीध में होने चाहिए। इसके बाद पीठ, कूल्हे और घुटनों को ऊपर की तरफ उठाकर सिर को जमीन से सटाने की कोशिश करें और फिर हाथों और पैरों के पंजों पर पूरे शरीर को कुछ देर के लिए संतुलित करें। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
विपरीतकरणी आसन
सबसे पहले योगा मैट पर सीधे पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठाकर 90 डिग्री का कोण बना लें। ध्यान रखें कि आपके तलवे ऊपर की ओर ही होने चाहिए। इसके बाद अपने हाथों से सहारा देते हुए अपने नितंब को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम दो-तीन मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसके बाद दोबारा इस योगासन का अभ्यास करें।
मार्जरी आसन
सबसे पहले योग मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं और फिर हाथों को आगे की ओर फैलाकर घुटनों के बल आ जाएं। अब सांस लेते हुए कमर को नीचे की ओर करें और गर्दन को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस अवस्था में बने रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर करें और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं। कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
बालासन
बालासन के अभ्यास के लिए योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं और गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं। अब सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुककर माथे को जमीन से सटाएं। इस अवस्था में दोनों हाथ सामने, माथा जमीन से टिका हुआ और छाती जांघों पर रहेगी। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहकर सामान्य रूप से सांस लेते रहें। फिर सांस लेते हुए वापस वज्रासन की मुद्रा में आ जाएं और सामान्य हो जाएं।