परिघासन: अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है यह योगासन, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
इस बात से तो लगभग हर कोई वाकिफ होगा कि नियमित योगाभ्यास से स्वस्थ रहने में काफी मदद मिलती है। योग में ऐसे कई आसन हैं जिनका अभ्यास शरीर के विशेष हिस्सों को लाभ देने के साथ-साथ मानसिक शक्ति बढ़ाने का काम भी करता है। ऐसा ही एक योगासन है परिघासन जिसके नियमित अभ्यास से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। चलिए फिर इस योगासन के अभ्यास का तरीका और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
परिघासन के अभ्यास का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल खड़े हो जाएं और उनमें थोड़ी दूरी बना लें। अब अपने दाएं पैर को दायीं ओर फैलाएं और सांस भरते हुए अपने बाएं हाथ को आसमान की ओर एकदम सीधा उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए दायीं ओर झुकें और अपने दाएं हाथ को अपने दाएं पैर के ऊपर रखें। इस मुद्रा में आपके पूरे शरीर का झुकाव दायीं ओर होना चाहिए। कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर किसी को रीढ़ की हड्डी, गर्दन, कंधे और घुटनों में दर्द है तो इस योगासन का अभ्यास न करें। गंभीर बीमारी होने पर भी इस आसन को नहीं करना चाहिए। इसके अलावा 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी यह आसन नहीं करना चाहिए। अगर शरीर में किसी तरह की कमजोरी हो रही है, तब भी इस आसन को न करें। उच्च रक्तचाप के मरीजों को भी यह आसन नहीं करना चाहिए।
परिघासन के रोजाना अभ्यास से मिलने वाले फायदे
अगर आप रोजाना परिघासन का अभ्यास करते हैं तो इससे रीढ़ की हड्डी, कूल्हों, कंधों, हैम्स्ट्रिंग और कलाइयों में मजबूती आती है। इसके अतिरिक्त यह योगासन सांस लेने में होने वाली समस्याओं को दूर करता है और शरीर के पॉश्चर को सही बनाए रखने में भी मदद करता है। इसी के साथ इसके अभ्यास से न सिर्फ मेटाबॉलिज्म को सक्रिय रखने में मदद मिलती है, बल्कि इससे दिमाग भी शांत रहता है।
परिघासन के अभ्यास से जुड़ी खास टिप्स
अगर आप इस योगासन का अभ्यास पहली बार करने जा रहे हैं तो किसी विशेषज्ञ की निगरानी में ही ऐसा करें। इसके अलावा अभ्यास के दौरान दोनों पैरों को पूरी तरह खोलने में किसी भी तरह की जबरदस्ती न करें क्योंकि इससे शरीर को नुकसान पंहुचा सकता है। बेहतर होगा कि आप अभ्यास के दौरान थोड़ा धैर्य रखें। इसी के साथ इस योगासन का अभ्यास करने से पहले कोई हल्की-फुल्की एक्सरसाइज कर लें।