
ऑटोमैटिक कार चलाते समय न करें ये गलतियां, वरना हो जाएगा नुकसान
क्या है खबर?
वर्तमान में लोग बार-बार गियर बदलने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए ऑटोमैटिक कार लेना ज्यादा पसंद करते हैं। अगर, आप ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली गाड़ी खरीदने की सोच रहे हैं तो ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन (AMT) सबसे कारगर विकल्प है। दूसरे ट्रांसमिशन से कम कीमत, कम रखरखाव और मैनुअल से बेहतर माइलेज के साथ यह हर लिहाज से आपके बजट पर कम बोझ डालता है। बेहतर परिणाम के लिए ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का इस्तेमाल करते समय क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए।
न्यूट्रल
न्यूट्रल में नहीं उतारें ढलान से कार
ढलान पर न्यूट्रल में गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। इससे इंजन को गाड़ी की गति धीमी करने और ब्रेकिंग सिस्टम पर दबाव कम करने में मदद मिलती है। गियरबॉक्स की लाइफ बढ़ाने के लिए आपको गाड़ी आगे बढ़ाते या रिवर्स करते समय गियर लीवर या स्विच मोड नहीं बदलना चाहिए। तेज गति पर गियर-सिलेक्टर बदलना या न्यूट्रल करना इंजन के साथ-साथ क्लच के लिए हानिकारक है। इसके अलावा AMT तेजी से नहीं बदलता इस कारण अचानक से ओवरटेक करने से बचें।
बायां पैर
कार चलाते समय नहीं करें बाएं पैर का इस्तेमाल
आपको AMT वाली कारों में दोनों पैरों से गाड़ी चलाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इनमें एक्सीलेटर और ब्रेक पैडल होते हैं। बाएं पैर का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है। इससे गलती से दोनों पैडल एक साथ दबने का खतरा बढ़ जाता है और नियंत्रण खो सकता है। इन गाड़ियों को तेज चलाने से इंजन पर जोर पड़ने के साथ क्लच फिसल सकती है। ढलान पर रोकने के लिए रेव्स या इंजन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।