उत्तानपादासन: स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है इस योगासन का अभ्यास, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
आजकल योग का चलन काफी बढ़ गया है और इसे शारीरिक के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर माना जाता है। हालांकि, यह समझना बहुत ही जरूरी है कि योग मात्र एक क्रिया नहीं है, बल्कि अनेक योगासनों और मुद्राओं का मेल है, जिसमें शामिल प्रत्येक आसन खुद में एक अलग विशेषता समेटे हुए है। इन्हीं योगासनों में से एक है उत्तानपादासन। चलिए फिर आज उत्तानपादासन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
उत्तानपादासन के अभ्यास का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल सावधान मुद्रा में लेट जाएं, फिर अपनी दोनों आंकों को बंद कर लें। अब सांस भरते हुए अपनी दोनों टांगों को एक साथ ऊपर की तरफ उठाएं और 30 डिग्री के कोण तक ले जाकर रोक दें। कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलें, फिर सांस छोड़ते हुए आसन को छोड़कर कुछ मिनट विश्राम करें। इसके बाद फिर से इस प्रक्रिया को दोहराएं।
अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर आपको रीढ़ की हड्डी या फिर सिर से संबंधित कोई समस्या है तो आपको इस योगासन का अभ्यास करने से बचना चाहिए। वहीं, गर्भवती महिलाओं को भी इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, अगर आपको पेट संबंधित कोई समस्या है या आपकी कोई सर्जरी हुई है तो भी इस योगासन का अभ्यास न करें। अगर इस योगाभ्यास के दौरान कमर में किसी भी तरह की तकलीफ महसूस होती है तो इसका अभ्यास तुरंत छोड़ दें।
उत्तानपादासन का रोजाना अभ्यास करने के फायदे
अगर आप रोजाना उत्तानपादासन का अभ्यास करते हैं तो इससे पाचन क्रिया पर सकारात्मक असर पड़ता है और कमर, कूल्हे के जोड़ और पैर के दर्द से राहत मिलती है। इसके अतिरिक्त, यह योगासन मधुमेह रोगियों और बढ़ते वजन को नियंत्रित करने वालों के लिए बहुत फायदेमंद है। इसी के साथ यह पूरे शरीर के रक्त को शुद्ध करता है और तनाव आदि मानसिक विकारों से राहत दिलाने में मदद करता है।
उत्तानपादासन के अभ्यास से जुड़ी विशेष टिप्स
अगर आप पहली बार इस योगासन का अभ्यास कर रहे हैं तो इसके दौरान अपने शरीर पर अधिक दबाव न डालें और कम समय में अभ्यास को पूर्ण करें। धीरे-धीरे अभ्यास के समय को बढ़ाएं। योगाभ्यास के प्रत्येक चरण को बारीकी से समझें और इसके बाद ही अभ्यास करें। प्रत्येक चरण के साथ सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया का भी विशेष ध्यान रखें। इसके अलावा, अगर शुरुआती अभ्यास योग विशेषज्ञ के साथ किया जाए तो अधिक बेहतर होगा।