रतालू बनाम शकरकंद: जानिए इनके बीच क्या है अंतर
क्या है खबर?
आमतौर पर लोगों को लगता है कि रतालू और शकरकंद एक ही चीज होती है, लेकिन ऐसा नहीं है।
ये दोनों ही कंद मूल वाली सब्जियां हैं, लेकिन इनमें ज्यादा समानताएं नहीं हैं।
कई लोग इस बात से अनजान हैं और इसका अंदाजा ग्रॉसरी शॉप में मौजूद इन सब्जियों पर लगे गलत लेबल को देखकर लगाया जा सकता है।
आइए आज रतालू और शकरकंद के बीच के अंतर को समझने समेत इनके फायदे जानते हैं।
शकरकंद
शकरकंद क्या है?
शकरकंद की उत्पत्ति मध्य और दक्षिण अमेरिका में हुई थी और अब दुनियाभर में इनकी कई किस्में मौजूद हैं।
ज्यादातर शकरकंद लाल या नारंगी रंग की होती हैं। इनका ये रंग इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन की उपस्थिति के कारण होता है।
यह खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है उतनी ही स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक भी है। ये कई जरूरी पोषक तत्वों से भी भरपूर होती हैं।
रतालू
रतालू क्या है?
रतालू की सबसे ज्यादा खेती अफ्रीका और एशियाई देशों में की जाती है।
यह सब्जी शकरकंद की तुलना में कम मीठी और ज्यादा स्टार्च युक्त होती है। वहीं, इसके अंदर का हिस्सा सफेद, पीला और बैंगनी रंग का होता है।
इसके आकार की कोई सीमित लंबाई नहीं होती है। यह आलू जितना छोटा हो सकता है और कई फीट लंबा भी।
दुनिया भर में रतालू की 600 से अधिक किस्में उपलब्ध हैं।
अंतर
शकरकंद और रतालू में क्या अंतर है?
वास्तव में दोनों ही सब्जियां एक दूसरे से काफी अलग दिखती और स्वाद वाली होती हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शकरकंद और रतालू पूरी तरह से अलग-अलग किस्म के हैं।
रतालू डायोस्कोरिया जीनस से संबंधित है, जबकि शकरकंद मॉर्निंग ग्लोरी परिवार में इपोमिया से आते हैं।
रतालू का छिलका गहरे भूरे रंग का होता है और शकरकंद का छिलका लाल का होता है।
स्वास्थ्यवर्धक
क्या रतालू से ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक है शकरकंद?
दोनों ही सब्जियां बहुत ज्यादा पौष्टिक होती हैं। इस वजह से दोनों को ही चुना जा सकता है।
शकरकंद और रतालू दोनों में ही कम कैलोरी और अधिक मात्रा में कार्ब्स होता है। इसी तरह इनमें वसा नहीं होती है।
हालांकि, आमतौर पर शकरकंद में रतालू की तुलना में थोड़ी कम कैलोरी होती है। ये विटामिन-C से भी भरपूर होते हैं और बीटा-कैरोटीन की मात्रा तिगुनी से अधिक होती है।