भारतीय राज्यों में लड़की के पहले पीरियड पर निभाई जाती हैं ये 5 रस्में
हर लड़की के जीवन में पीरियड्स एक महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आते हैं। ऐसा माना जाता है कि जब लड़कियों को पीरियड्स आने शुरू हो जाते हैं, तब उसका महिला बनने का सफर शुरू हो जाता है। भारत में कई ऐसे राज्य हैं जहां पर लड़की को पहली बार पीरियड्स आने पर विशेष समारोह का आयोजन किया जाता है। आइए आज ऐसे ही पांच भारतीय राज्यों में पीरियड्स से जुड़ी पांच रस्मों और रीति-रिवाजों के बारे में जानते हैं।
कर्नाटक में ऋतु शुद्धि
कर्नाटक में जब लड़की को सबसे पहली बार पीरियड्स आते हैं तो जश्न मनाया जाता है। ऋतु शुद्धि या ऋतु कला संस्कार के नाम से जाने वाले इस समारोह में युवा लड़की की आरती की जाती है। इसके साथ ही उसे इस समारोह में पहली बार आधी साड़ी पहनाई जाती है और पीरियड्स से संबंधित चीजों से अवगत कराया जाता है। इसके अलावा उसे तिल और गुड़ से बने लड्डू भी खिलाए जाते हैं।
असम में तुलोनिया बिया
असम में लड़की को पहली बार पीरियड्स आने पर तुलोनिया बिया नामक रस्म निभाई जाती है। यह समारोह शादी की तरह होता है। इसमें लड़की को सात दिनों के लिए परिवार के अन्य सदस्यों से अलग एक कमरे में रखा जाता है और किसी भी पुरुष को लड़की का चेहरा देखने की इजाजत नहीं होती है। सात दिनों के बाद उसे दुल्हन के कपड़ों में सजाया जाता है और केले के पौधे से उसकी शादी करा दी जाती है।
तमिलनाडु में मंजल निरातु विजा
तमिलनाडु में मंजल निरातु विजा के रूप में मनाए जाने वाले पीरियड्स से संबंधित समारोह में युवा लड़की को हल्दी के पानी में नहलाने की रस्म है। नहाने के बाद लड़की को रेशम की साड़ी और गहने पहनाए जाते हैं। इसके साथ ही वह आम, नीम के पत्तों और नारियल से बनी एक झोपड़ी में रहती है। नौ दिनों तक चलने वाले इस समारोह का समापन पुण्य धनम के साथ होता है जिसके बाद घर की शुद्धि होती है।
ओडिशा में राजा प्रभा
ओडिशा में राजा प्रभा नाम से समारोह मनाया जाता है जो तीन दिनों तक चलता है। राजा संस्कृत शब्द राज से आया है जिसका मतलब मासिक धर्म यानि पीरियड्स है। यहां के लोगों का ऐसा मानना है कि इन दिनों के दौरान धरती माता को पीरियड्स होते हैं। समारोह के बाद चौथे दिन लड़की को नहलाया जाता है। यह रिवाज मिथुन संक्रांति से भी जुड़ा हुआ है, जो मानसून की पहली बारिश की याद दिलाता है।
आंध्र प्रदेश में पेडमनिषी पंडगा
आंध्र प्रदेश में लड़की को पहली बार पीरियड्स आने पर पेडमनिषी पंडगा के नाम से समारोह मनाया जाता है। यह समारोह लड़की के पीरियड्स के पहले, पांचवें और आखिरी दिनों में मनाया जाता है। पहले दिन मंगल स्नान होता है जिसके बाद लड़की को एक अलग कमरे में रखा जाता है। इस दौरान वह कहीं भी नहीं जा सकती है। आखिरी दिन लड़की पर चंदन का लेप लगाया जाता है और उसे अपने चाचा से साड़ी और गहनें मिलते हैं।