विश्व मस्तिष्क दिवस 2023: जानिए इसका इतिहास, महत्व और इस बार की थीम
क्या है खबर?
हर साल 22 जुलाई को दुनियाभर में विश्व मस्तिष्क दिवस मनाया जाता है।
यह तंत्रिका संबंधी विकारों और स्थितियों के बारे में जागरूकता और समझ बढ़ाने के लिए समर्पित दिन है।
इसके अतिरिक्त यह तंत्रिका विज्ञान की प्रगति का जश्न मनाने और तंत्रिका संबंधी अनुसंधान, शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का भी दिन है।
आइए आज इस दिवस का इतिहास, महत्व और इस बार की थीम के बारे में जानते हैं।
थीम
क्या है इस बार की थीम?
न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और विकलांग लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के महत्व पर जोर देने के उद्देश्य से इस बार विश्व मस्तिष्क दिवस की थीम 'मस्तिष्क स्वास्थ्य और विकलांगता: किसी को भी पीछे न छोड़ें' है।
बता दें कि साल 2022 में विश्व मस्तिष्क दिवस की थीम 'सभी के लिए मस्तिष्क स्वास्थ्य' थी, जबकि इस दिवस की थीम साल 2021 में 'मल्टीपल स्केलेरोसिस बंद करें' थी।
इतिहास
विश्व मस्तिष्क दिवस का इतिहास
विश्व मस्तिष्क दिवस की स्थापना साल 2014 में वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी (WFN) द्वारा की गई थी।
यह एक संस्था है, जो 145 से अधिक राष्ट्रीय न्यूरोलॉजिकल समाजों का प्रतिनिधित्व करती है।
WFN का हर साल विश्व मस्तिष्क दिवस मनाने का लक्ष्य मानसिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने, अनुसंधान को आगे बढ़ाने और तंत्रिका संबंधी विकारों से पीड़ित लोगों की मदद करना है।
महत्व
इस दिवस को मनाना क्यों जरूरी है?
यह वार्षिक दिवस तंत्रिका संबंधी विकारों और स्थितियों पर ध्यान आकर्षित करता है, जिनका अक्सर निदान नहीं किया जाता है या इलाज नहीं किया जाता है।
इसके अतिरिक्त इस दिवस को इसलिए मनाया जाता है ताकि हर किसी को मानसिक स्वास्थ्य के लिए विशेषज्ञ देखभाल, उपचार और सहायक प्रौद्योगिकी तक हर तरह की सुविधाएं मिले।
इसका कारण है कि हर किसी को अच्छे मस्तिष्क स्वास्थ्य का मानवाधिकार है।
तरीके
कैसे मनाया जाता है यह दिवस?
मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए इस दिन विभिन्न गतिविधियों और अभियानों का आयोजन किया जाता है।
इसमें जन जागरूकता अभियान, स्कूलों और समुदायों में शैक्षिक कार्यक्रम, स्वास्थ्य जांच और नीतिगत समर्थन शामिल है।
इसके अतिरिक्त विभिन्न NGO अच्छे मस्तिष्क स्वास्थ्य के बारे में बात करने के लिए सोशल मीडिया पर लाइव सेशन भी आयोजित करते हैं।
आप चाहें तो कुछ कथन और ईमेज को सोशल मीडिया पर पोस्ट करके भी इस दिवस का समर्थन कर सकते हैं।