मेक्सिको है प्रवासियों के लिए सबसे अच्छा देश, भारत को मिला यह स्थान
मेक्सिको को प्रवासियों के लिए सबसे अच्छा देश चुना गया है, जबकि कुवैत सबसे खराब देश है। इंटरनेशन की ओर से प्रवासियों के लिए दुनिया के सबसे अच्छे और खराब देशों की जारी की गई सूची में यह बात सामने आई है। 'एक्सपैट इनसाइडर रैंकिंग 2023' नामक यह सूची 53 देशों के सर्वे के बाद तैयार की गई है। आइए जानते हैं कि इस सर्वे की सूची में भारत किस स्थान पर है।
लगातार दूसरी बार प्रवासियों के लिए दुनिया का सबसे बेहतर देश बना मेक्सिको
साल 2014 में पहली बार सर्वे किए जाने के बाद से मेक्सिको इंटरनेशंस द्वारा तैयार की गई रैंकिंग में शीर्ष 5 स्थानों में अपना स्थान कायम किए हुए है, जबकि पिछले साल से इसे पहला स्थान मिला हुआ है। इसका कारण है कि प्रवासी इस देश को स्थानीय मित्रता, रोमांचक संस्कृति और अच्छे आवास विकल्पों के लिए बहुत बेहतर मानते हैं। साल 2021 में इस रैकिंग के शीर्ष स्थान पर ताइवान था, जो इस बार 5वें स्थान पर है।
शीर्ष 10 में शामिल हैं ये देश
यह सर्वे इस साल फरवरी में इंटरनेशन द्वारा आयोजित किया गया था और इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए दुनियाभर के 12,000 से अधिक उत्तरदाताओं की प्रतिक्रियाओं का विश्लेषण किया गया था। इस रैंकिंग के शीर्ष 10 देशों की बात करें तो इसमें मेक्सिको, स्पेन, पनामा, मलेशिया, ताइवान, थाईलैंड, कोस्टा रिका, फिलिपींस, बहरीन और पुर्तगाल शामिल हैं। प्रवासियों के मुताबिक, मलेशिया, थाईलैंड और फिलिपींस जैसे दक्षिण पूर्व एशियाई देश यात्रा विकल्पों और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में काफी अच्छे हैं।
शीर्ष 30 में भी शामिल नहीं है भारत, मिला 36वां स्थान
इस रैंकिंग में भारत 53 देशों में से 36वें स्थान पर है। हालांकि, जीवन गुणवत्ता के मामले में तो भारत का प्रदर्शन सबसे खराब है, जहां यह सर्वे में 53 में से 52वें स्थान पर है। भारत यात्रा, पर्यावरण और जलवायु, सुरक्षा जैसे पहलुओं में कमजोर है। प्रवासियों ने शहरी पर्यावरण के साथ-साथ भारत में खराब वायु गुणवत्ता पर नाखुशी व्यक्त की। हालांकि, भारत में प्रवासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं, स्थानीय मित्रता, संस्कृति और भोजन सबसे ज्यादा पसंद आया है।
भारत को लेकर प्रवासियों की प्रतिक्रियाएं
सर्वे में शामिल कुल उत्तरदाताओं में से 55 प्रतिशत का मानना है कि भारत सरकार पर्यावरण की रक्षा के लिए नीतियों का समर्थन नहीं करती है। अधिकांश प्रवासी देश को बेहद असुरक्षित मानते हैं। हालांकि, सर्वे में 72 प्रतिशत प्रवासी भारत में अपनी वित्तीय स्थिति से खुश पाए गए, जो वैश्विक औसत 52 प्रतिशत से अधिक है। इसके साथ ही भारत के विभिन्न व्यंजनों के स्वाद ने प्रवासियों का मन मोह लिया है।
प्रवासियों ने इन 10 देशों को बताया खुद के लिए सबसे खराब
प्रवासियों के हिसाब से हर मामले में कुवैत सबसे खराब देश है। इसके बाद दूसरे स्थान पर नॉर्वे और तीसरे पर तुर्की को रखा गया है, जबकि चौथे स्थान पर दक्षिण कोरिया है। खराब देशों की इस रैंकिंग के 5वें स्थान जर्मनी, 6वें स्थान पर दक्षिण अफ्रीका, 7वें स्थान पर इटली, 8वें स्थान पर माल्टा, 9वें स्थान पर न्यूजीलैंड और 10वें स्थान पर जापान है।